बागपत कलेक्ट्रेट में राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका अध्यक्ष एडवोकेट राजुद्दीन को पद से हटाए जाने के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। आरएलडी कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी (डीएम) को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें राजुद्दीन को पद से हटाने के आदेश पर तत्काल रोक लगाने की भी मांग की गई। एडवोकेट राजुद्दीन को बागपत नगर पालिका के चेयरमैन पद से दुकानों के गलत आवंटन और निधि के दुरुपयोग के आरोपों के चलते हटाया गया है। जिलाधिकारी के आदेश पर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने उन्हें पद से हटाए जाने संबंधी आदेश की प्रति सौंपी थी। राजुद्दीन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। आरएलडी कार्यकर्ताओं ने इस पूरी प्रक्रिया को गलत बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग दोहराई है। आरएलडी जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी बात रखी। सुभाष गुर्जर ने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जब उनसे भाजपा नेता द्वारा शिकायत किए जाने के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि भाजपा से उनका गठबंधन है और शिकायत करने का सवाल ही नहीं उठता। राजुद्दीन आरएलडी के कद्दावर नेता हैं। भाजपा नेता की शिकायत के बाद आरएलडी और भाजपा के बीच कथित तनातनी देखने को मिली है, हालांकि दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
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