हरदोई में बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की हत्या के विरोध में सवर्ण चेतना सभा ने प्रदर्शन किया। संगठन के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एडवोकेट आरिफ खान शानू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश सरकार और प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर आरिफ खान शानू ने कहा कि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा और उत्पीड़न मानवता के विरुद्ध अपराध है। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों सहित किसी भी समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को सभ्य समाज के लिए शर्मनाक बताया। शानू ने जोर दिया कि ऐसी घटनाएं मानवाधिकारों के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन हैं और इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि भारत सरकार इस मामले को कूटनीतिक स्तर पर उठाए और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए। इसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और दोषियों को कठोर सजा दिलाना है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा केवल संबंधित सरकारों की नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रदर्शन में मोहम्मद आफाक, आदर्श मिश्रा (छात्र संघ अध्यक्ष), जुबैर अहमद, अफसर अली, वाहिद अब्बासी, एहतिशान अली, नबील अहमद, अब्दुल मजीद, विजय पांडे और रामजी अवस्थी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन चेतावनी दी गई कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
https://ift.tt/exu0G7S
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply