बलरामपुर में मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) में वर्षों से चल रहे बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। बीएसए कार्यालय के एमडीएम सेल में पिछले पांच से छह साल में कन्वर्जन कॉस्ट के नाम पर 11 करोड़ रुपए से अधिक की रकम फर्जी कागज़ों के आधार पर गबन किए जाने की पुष्टि हुई है। जांच में सामने आया कि एमडीएम सेल में 17 वर्षों से जिला समन्वयक के पद पर कार्यरत फिरोज अहमद खान ने मदरसों, परिषदीय स्कूलों और ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से यह घोटाला किया। गबन का मामला प्रमाणित होने पर बीएसए शुभम शुक्ला ने नगर कोतवाली में तहरीर देकर कुल 44 नामजद आरोपियों सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने डीसी फिरोज अहमद खान सहित कुछ आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कई और प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आ सकते हैं। ऐसे सामने आया घोटाला कई विद्यालयों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि एमडीएम डीसी फिरोज अहमद खान स्कूलों को कन्वर्जन कॉस्ट की वास्तविक राशि नहीं भेज रहे। जिससे मध्यान्ह भोजन योजना प्रभावित हो रही है। शिकायतों के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी के साथ पूरी पत्रावली की जांच की गई। डीसी से भुगतान से संबंधित साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा गया। जांच में डीसी द्वारा भेजे गए प्रिंटेड पेमेंट एडवाइस (PPA) संदिग्ध पाए गए। जब इन्हें PFMS पोर्टल के वास्तविक रिकॉर्ड से मिलान किया गया तो पता चला कि डीसी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर भेजी गई वास्तविक राशि को कम दिखाया था। ताकि अतिरिक्त धनराशि को अपने कब्जे में रखा जा सके। जांच में यह भी पाया गया कि कई वर्षों तक स्कूलों में दर्ज छात्रों की संख्या से कई गुना अधिक धनराशि जारी की गई। प्रधानाध्यापकों व ग्राम प्रधानों की मिलीभगत से इसका दुरुपयोग किया गया। इन लोगों पर मुकदमा दर्ज नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह के अनुसार, मुख्य आरोपी फिरोज अहमद खान सहित जिन पर मुकदमा दर्ज हुआ है। उनमें परवीन फ़ातिमा, प्रधानाध्यापक, मदरसा आइसा सिद्दीकी पचपेड़वा, गुलाम गौसुलवरा, प्रधानाध्यापक, मदरसा दारुल उलूम फारुकिया मध्यनगर, पचपेड़वा, राजकुमार सैनी, प्रधानाध्यापक, मदरसा फजले रहमानिया, पचपेड़वा, सलीम अहमद (प्रधानाध्यापक) एवं सरिता (प्रधान), प्रा. वि. सूरतसिंहडीह, गैंसड़ी, मलिक खुर्शीद (प्रधानाध्यापक) एवं नसीम अहमद (प्रधान), प्रावि चैपुरवाडीह, सुनील सिंह (प्रधानाध्यापक) एवं सरिता (प्रधान), प्रावि मैनिहवा, अशोक कुमार गुप्ता (प्रधानाध्यापक) एवं जयप्रकाश मिश्र (प्रधान), तुलसीपुर, कुंवर आनंद सिंह (प्रधान) एवं गंगा, प्रावि मूड़ाडीह तुलसीपुर प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त भी कई अन्य आरोपियों पर केस दर्ज किया गया है। जिनमें अहमदुल कादरी, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद मुख्तार, अकील अहमद, नूरुल हुदा खान, मोहम्मद नावेद, वसीम खान, मजबुल्ला खान, नूरलहुदा खान, वकील अहमद नूरी, रहमत अली, मोहम्मद नईम, नूरुल हसन खान, तौहीद, मयूर सूर्यवंशी, खुर्शीद अहमद, मलिक खुर्शीद अरशद, मलिक खुर्शीद आलम, खुर्शीद आलम, अनीत कुमार सिंह, दानिश, दानिशा, साहेबराम, संगीता सिंह, अंजुम बानो, अनूप कुमार यादव और अनूप कुमार सिंह शामिल हैं।
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