बलरामपुर में एक युवती की तेंदुए के हमले में मौत हो गई। थारू जनजाति की युवती घर से लगभग 2 किमी दूर जंगल में लकड़ी लेने गई थी। तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। घटना गुरुवार सुबह करीब 8 बजे जंगल के भीतर करीब डेढ़ किमी अंदर हुई। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मामला पचपेड़वा विकासखंड के विशुनपुर कोड़र गांव का है। अब पढ़िए पूरा मामला… दरअसल गुरुवार सुबह विशुनपुर कोड़र गांव निवासी कमला (25) घर से 2 किमी दूर जंगल में लकड़ी लेने गई थी। जहां तेंदुए ने हमला कर दिया। इस हमले में युवती की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंचकर जांच पड़ताल की। इसके बाद भाभर रेंज के रेंजर योगेश कुमार मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने विभाग की ओर से तत्काल 10 हजार की आर्थिक सहायता परिजनों को दी। साथ ही यह आश्वासन दिया गया कि शासन और विभागीय नियमों के तहत जो भी अतिरिक्त सहयोग संभव होगा उपलब्ध कराया जाएगा। ट्रैप कैमरा लगाने की मांग इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की गश्त नाकाफी है। क्षेत्र में कैमरे नहीं लगाए गए हैं। सुरक्षित वैकल्पिक ईंधन की कोई व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों ने मांग की है कि तेंदुए की निगरानी के लिए ट्रैप कैमरे लगाए जाएं। नियमित गश्त जैसी व्यवस्थाएं तुरंत की जाए। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। वन विभाग ने जारी किया था अलर्ट गौरतलब है कि लगभग 15 दिन पूर्व ही वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा गांव में मुनादी कराकर और लोगों को अवगत कराते हुए चेतावनी दी गई थी कि आसपास के जंगल क्षेत्र में तेंदुआ देखा गया है। ग्रामीणों से जंगल में प्रवेश न करने और सतर्कता बरतने की अपील भी की गई थी। इसके बावजूद मजबूरी या लापरवाही के चलते ग्रामीण जंगल में जा रहे थे, जिससे इस तरह की घटना होने की आशंका पहले से जताई जा रही थी। ——————————– ये भी पढ़ें…
https://ift.tt/3QRyDpm
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply