बलरामपुर के तुलसीपुर स्थित मदरसा जामिया अरबिया अनवारुल उलूम एक बार फिर विवादों में घिर गया है। यहां एक शिक्षक की नियुक्ति में गंभीर अनियमितता सामने आई है। निरीक्षण के दौरान पता चला कि जिस शिक्षक की नियुक्ति कागजों में दर्ज है, उसका नाम उपस्थिति रजिस्टर में ही नहीं है। दिसंबर माह की उपस्थिति पंजिका की जांच में मोहम्मद अहमद अंसारी नामक शिक्षक का नाम दर्ज नहीं मिला। मदरसे के अन्य शिक्षकों ने भी इस नाम के किसी व्यक्ति को पहचानने से इनकार कर दिया। रजिस्टर में 20वें क्रम पर पद को रिक्त दर्शाया गया है, जबकि दस्तावेजों में शिक्षक की नियुक्ति और कार्यभार ग्रहण करने की पुष्टि की गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी यशवंत मौर्य ने बताया कि प्रबंधन समिति द्वारा शिक्षक की नियुक्ति 19 अप्रैल 2025 को की गई थी और उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से वित्तीय अनुमोदन भी प्राप्त है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद उपस्थिति पंजिका में नाम न होना और मौके पर शिक्षक की जानकारी न मिलना गंभीर लापरवाही का संकेत है। मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब यह सामने आया कि प्रधानाचार्य द्वारा इस शिक्षक का वेतन बिल भी विभाग को भेजा जा चुका था। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए शिक्षक का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया गया है। इसके साथ ही, मदरसा समिति अध्यक्ष और संबंधित शिक्षक को तीन दिनों के भीतर लिखित स्पष्टीकरण देने का नोटिस जारी किया गया है। अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि यदि निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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