बरेली में बीएलओ ड्यूटी के दौरान हुई सहायक अध्यापक सर्वेश कुमार गंगवार की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। गुरुवार को डीएम अविनाश सिंह पीड़ित परिवार से मिले और संवेदना व्यक्त की। मासूम जुड़वां बच्चों अहाना और अयांश को देखकर डीएम भी क्षणभर को भावुक हो उठे। उन्होंने परिवार का हाथ पकड़कर आश्वासन दिया कि प्रशासन हर संभव साथ देगा और परिवार को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। डीएम ने कहा यह दुख पूरे जिले का है
परिवार से बात करते हुए डीएम अविनाश सिंह ने साफ कहा कि सर्वेश जैसे ईमानदार कर्मचारी को खोना पूरे जिले के लिए बड़ी क्षति है। वे न सिर्फ एक जिम्मेदार शिक्षक थे, बल्कि बीएलओ के रूप में 46 प्रतिशत से अधिक काम पूरा कर चुके थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अधिकारियों द्वारा किसी तरह का दबाव होने का प्रश्न ही नहीं उठता। उनका निधन दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन परिवार को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रशासन उनके साथ खड़ा है। बच्चों के नाम पर बनेगा फिक्स डिपॉजिट
परिवार की मदद के लिए डीएम ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जिले के सभी अधिकारी एक दिन का वेतन जमा करेंगे और यह पूरा पैसा बच्चे अहाना और अयांश के नाम पर फिक्स डिपॉजिट के रूप में सुरक्षित किया जाएगा। इसके अलावा डीएम ने भरोसा दिलाया कि सर्वेश के छोटे भाई को संविदा पर नौकरी देने की कार्यवाही तत्काल शुरू की जाएगी, ताकि परिवार को आर्थिक सहारा मिल सके। परिवार ने इस घोषणा पर राहत की सांस ली। बीईओ और एसडीएम भी पहुंचे, सांत्वना दी
डीएम के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनीता और एसडीएम सदर प्रमोद कुमार भी पहुंचे। अधिकारियों ने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि इस कठिन समय में पूरा प्रशासन उनके साथ खड़ा है। सबने मिलकर आश्वासन दिया कि बच्चों की शिक्षा से लेकर परिवार की जरूरतों तक हर संभव मदद की जाएगी। ड्यूटी के दौरान गिर पड़े थे सर्वेश गंगवार
बुधवार सुबह बरेली में बीएलओ की ड्यूटी के दौरान 47 वर्षीय सर्वेश कुमार गंगवार अचानक स्कूल में गिर पड़े थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया था। मौके पर डीएम, एडीएम और अन्य अधिकारी पहुंच गए थे। परिवार का आरोप, इस बार काम का दबाव ज्यादा
सर्वेश के बड़े भाई योगेश गंगवार, जो स्वयं शिक्षक हैं, ने बताया कि इस बार SIR के दौरान दबाव बेहद ज्यादा था। रात के 11 से 12 बजे तक काम करवाया जा रहा था और अधिकारी लगातार फटकार लगा रहे थे। उनके अनुसार, अत्यधिक दबाव की वजह से ही सर्वेश की तबीयत बिगड़ी और उनकी जान चली गई। परिवार पहले से ही सदमे में था क्योंकि 3 महीने पहले ही सर्वेश की पत्नी प्रभा का कैंसर से निधन हुआ था। दो मासूमों पर टूटा दुख का पहाड़
सर्वेश के जुड़वां बच्चे अहाना और अयांश अभी केवल पांच साल के हैं। माता-पिता दोनों का साया उठ जाने के बाद पूरा परिवार चिंता में है। प्रशासन ने बच्चों की परवरिश और भविष्य की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का भरोसा दिया है।
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