बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर के डेन कैफे में हुए बवाल के बाद नर्सिंग की छात्रा शिवांगी गहरे डर और मानसिक दबाव में है। उसका कहना है कि जिस तरह से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमला किया, धमकियां दीं और उसे बदनाम किया गया, उसने उसकी पूरी जिंदगी हिला दी है। छात्रा का दावा है कि अगर उसके साथ कुछ भी गलत होता है तो इसकी जिम्मेदारी बजरंग दल के लोग होंगे। घटना के बाद शिवांगी खुलकर सामने आई और कैमरे पर अपनी आपबीती सुनाई। वह बार-बार कहती रही कि वह बेहद दहशत में है, डर की वजह से कॉलेज तक नहीं जा पा रही और लगातार मानसिक ट्रॉमा में जी रही है। मैं बहुत डर गई थी, लगा अब जिंदा नहीं बचूंगी
शिवांगी ने बताया कि 27 दिसंबर को उसका जन्मदिन था। उसने अपने नर्सिंग कॉलेज के बैच के दोस्तों को पार्टी के लिए बुलाया था। सभी दोस्त राजेंद्र नगर स्थित डेन कैफे पहुंचे थे और सामान्य तरीके से बर्थडे सेलिब्रेशन चल रहा था।
इसी दौरान अचानक करीब 40 से 50 लोग नारे लगाते हुए कैफे के अंदर घुस आए। उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी और पूछने लगे कि यहां कौन हिंदू है और कौन मुस्लिम। छात्रा के मुताबिक, माहौल इतना डरावना था कि वहां मौजूद लड़कियां रोने लगीं। बोले – तू मुस्लिम लड़कों के साथ घूम रही है, तुझे फ्रिज में डाल देंगे
शिवांगी का कहना है कि जब उसने पूछा कि आप लोग कौन हैं और ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो उन्होंने खुद को बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया। आरोप लगाया गया कि वह लव जिहाद कर रही है। छात्रा के अनुसार, उसे भद्दी गालियां दी गईं, जान से मारने की धमकी दी गई और यहां तक कहा गया कि “तुझे फ्रिज में मिला देंगे।” यह सब सुनकर वह पूरी तरह टूट गई। मेरे मुस्लिम दोस्तों को बेरहमी से पीटा गया
शिवांगी ने बताया कि उसके साथ मौजूद दो मुस्लिम दोस्तों को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया और लात-घूंसों से बेरहमी से पीटा। एक दोस्त की उंगली टूट गई, दूसरे के कान में गंभीर चोट आई और खून बहने लगा। एक युवक तो वहीं बेहोश हो गया। छात्रा का कहना है कि वह अभी भी मानसिक रूप से ठीक नहीं है और गहरे सदमे में है। मैं उन्हें बचाने की कोशिश करती रही, खुद धक्के खाए
छात्रा ने बताया कि वह लगातार अपने दोस्तों को बचाने की कोशिश करती रही। इसी दौरान कुछ लोगों ने उसका फोन छीनने की कोशिश की। जब उसने खुद को बचाया तो उसे धक्का दिया गया।
डर के मारे वह एक कोने में जाकर अपने भाई और बुआ को फोन करने लगी। उसने घर पर पहले ही बताया था कि वह बर्थडे पार्टी में जा रही है, नहीं तो शायद परिवार भी उस पर भरोसा नहीं करता। पुलिस के सामने भी गालियां दी गईं, धमकियां मिलती रहीं
शिवांगी का आरोप है कि पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि हालात काबू में नहीं आए। पुलिस के सामने भी बजरंग दल के कार्यकर्ता गालियां देते रहे और धमकियां देते रहे।
उसके दोस्तों के वीडियो बनाए गए, उनसे जबरन सवाल पूछे गए कि वे कहां के हैं और क्या करते हैं। छात्रा का कहना है कि पुलिस के सामने भी डर का माहौल बना रहा। थाने में भी मेरे साथ बदसलूकी हुई
छात्रा ने बताया कि पुलिस उसे और उसके दोस्तों को थाने ले गई। वहां भी उसे अकेला छोड़ दिया गया। जब उसने घरवालों को फोन करने की बात कही तो महिला पुलिसकर्मियों ने उसका फोन छीन लिया। वह बार-बार कहती रही कि वह बहुत डरी हुई है और घरवालों को सूचना देना चाहती है, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी गई। काफी देर बाद जब फोन पर कॉल आया, तब उसे बात करने दी गई। मेरी जान को खतरा है
शिवांगी का कहना है कि वह नर्सिंग की फाइनल ईयर की छात्रा है। आगे नौकरी करनी है, करियर बनाना है, लेकिन इस घटना के बाद उसकी सुरक्षा को लेकर डर बना हुआ है। उसका कहना है कि जिस तरह खुलेआम गुंडागर्दी हुई, उससे उसे अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। वह बरेली में ही या कहीं और नौकरी करेगी, लेकिन डर है कि उसे कहीं भी निशाना बनाया जा सकता है। दो दिन से डिप्रेशन में हूं, कॉलेज जाना छोड़ दिया
छात्रा ने कहा कि घटना के बाद से वह दो दिन से डिप्रेशन में है। डर की वजह से उसने कॉलेज जाना बंद कर दिया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें गलत तरीके से दिखाया जा रहा है कि कैफे में सिर्फ एक लड़की और दो मुस्लिम लड़के थे। उसका कहना है कि यह पूरी तरह झूठ है। वहां कई लड़कियां और लड़के मौजूद थे, लड़कियों की संख्या ज्यादा थी। अगर कुछ हुआ तो मेरी मौत के जिम्मेदार वही होंगे
शिवांगी ने साफ कहा कि अगर उसे लगातार इसी तरह परेशान किया गया और वह इस ट्रॉमा को सहन नहीं कर पाई, तो वह टूट सकती है। उसने कहा कि अगर वह सुसाइड जैसा कदम उठाती है तो इसके लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता जिम्मेदार होंगे, क्योंकि उसकी जिंदगी, इज्जत और मानसिक शांति छीन ली गई है। योगी जी बेटी बचाओ कहते हैं, लेकिन यहां बेटी सुरक्षित नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए शिवांगी ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।
उसका कहना है कि बजरंग दल के नाम पर खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है। कभी चर्च के बाहर, कभी रेस्टोरेंट में, कभी किसी की निजी पार्टी में लोग घुसकर मारपीट कर रहे हैं। दोस्ती धर्म देखकर नहीं होती
छात्रा ने सवाल उठाया कि कॉलेज में पढ़ते समय दोस्ती धर्म देखकर नहीं की जाती। हिंदू-मुस्लिम सभी एक साथ पढ़ते हैं। उसने कहा कि अगर किसी को इतनी ही दिक्कत है तो अलग-अलग कॉलेज बना दिए जाएं, लेकिन किसी की जिंदगी में घुसकर उसे बदनाम करना गलत है। मैं किसान की बेटी हूं, सिर्फ न्याय चाहती हूं
शिवांगी ने बताया कि वह किसान परिवार से है और बुआ के पास रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है। परिवार ने हमेशा उसका साथ दिया है। उसकी बस एक ही मांग है- उसके दोस्तों को और उसे न्याय मिले। जो लोग कानून हाथ में लेकर गुंडागर्दी कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई हो। ये लोग बीजेपी के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे है। रेस्टोरेंट में बबाल करने वाले 5 अरेस्ट
प्रेमनगर क्षेत्र स्थित राजेंद्र नगर के दि डेन कैफे में जन्मदिन पार्टी के दौरान हंगामा करने वाले बजरंग दल कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। मुस्लिम युवकों की मौजूदगी पर आपत्ति जताते हुए कैफे में घुसकर युवाओं को धमकाने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने के आरोप में पुलिस ने पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एक नाबालिग आरोपी के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस जांच में सामने आया कि नर्सिंग की छात्रा ने बयान दिया है कि वह बालिग है और कैफे में मौजूद सभी लोग उसके दोस्त थे। पार्टी में कुल 10 दोस्त शामिल थे, जिनमें छह युवतियाँ और चार युवक थे। चार युवकों में से दो मुस्लिम समुदाय से थे। पुलिस ने युवती के परिजनों के बयान भी दर्ज किए हैं। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम युवकों को देखकर कैफे में घुसकर ‘लव जिहाद’ के आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, कार्यकर्ताओं ने कैफे के कर्मचारियों से बदसलूकी की, अंदर बैठे लोगों को डराने का प्रयास किया और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस युवती सहित सभी को थाने ले गई, जबकि एक मुस्लिम युवक मौके से भाग निकला था। प्रारंभिक कार्रवाई में पुलिस ने युवकों के खिलाफ मामूली धाराएं लगाई थीं, लेकिन जांच के बाद पता चला कि मुख्य दोषी बजरंग दल कार्यकर्ता थे। इसके बाद 25 कार्यकर्ताओं पर बलवा, मारपीट, धमकी और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में दो स्थानीय नेताओं को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है। सीओ सिटी फर्स्ट आशुतोष शिवम ने इस मामले में कहा, “सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी संगठन से हों। कानून को कोई हाईजैक नहीं कर सकता।” कुल छह आरोपियों की पहचान पहले ही हो चुकी है, जिनमें प्रिंस, आकाश, आशीष, मिरदुन और दीपक को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
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