कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय ने बदायूं के मोहकमपुर गांव का दौरा किया। उन्होंने शिक्षामित्र रत्नेश यादव के परिजनों से मुलाकात की, जिनकी कथित तौर पर बीएलओ ड्यूटी के दबाव के कारण मृत्यु हो गई थी। राय ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर बीएलओ पर अत्यधिक दबाव बनाने का आरोप लगाया। रत्नेश यादव की बीते शुक्रवार रात अचानक तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें इलाज के लिए मुरादाबाद ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि शिक्षामित्र की ड्यूटी बीएलओ के तौर पर लगी थी और काम के अत्यधिक दबाव के कारण उन्हें दिल का दौरा पड़ा। मंगलवार को रत्नेश के दसवें संस्कार में शामिल होने पहुंचे अजय राय ने चुनाव आयोग और सरकार से मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और योग्यता के आधार पर एक सरकारी नौकरी देने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी। राय ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर एसआईआर (सर्वेक्षण) के नाम पर कर्मचारियों का मानसिक शोषण करने का आरोप भी लगाया। अजय राय ने फोन पर बीएसए से भी बात की और शिक्षामित्र के आश्रितों की सहायता की पैरवी की। जब बीएसए ने शिक्षामित्र की मौत के मामले से अनभिज्ञता जताई, तो राय ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।इसके बाद अजय राय कछला होते हुए कासगंज के लिए रवाना हो गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष के काफिले को कछला तक पहुंचाया। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह, रजनी लोधी, सोमेंद्र यादव, अंकित चौहान, विजय शर्मा, शशांक राठौर, देवेंद्र चौहान, हरवीर यादव और यूनुस खान सहित कई कांग्रेसी मौजूद रहे।
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