बलिया में 10 साल के बच्चे की हत्या कर शव को बोरे में भरकर फेंक दिया गया। घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने हत्या आरोप युवक को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। आरोपी के पैर में गोली लगी है, उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी ने बताया- बच्चे का चाचा अक्सर उसके साथ गांव में लूडो खेलता था। खेल के दौरान उसे ताने मारता था। गालियां देता था और कहता था, तू क्रिमिनल है, मेरे से क्या जीतेगा। बस इस बात से आजिज आकर उसने उसके 10 साल के भतीजे को पहले तालाब में डुबोकर मार डाला। इसके बाद शव को बोरी में भरकर गांव के एक घर के पीछे फेंक दिया। पुलिस ने बताया आरोपी के खिलाफ वर्ष 2021 में भी हत्या के प्रयास का एक मुकदमा दर्ज है। घटना जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर फेफना थाना क्षेत्र की है। तस्वीरें देखिए… अब पूरा मामला पढ़िए…
आमडरी गांव में रामजी वर्मा रहते हैं। उनका इकलौता बेटा यशवंत वर्मा उर्फ शिवम (10) गांव के ही हॉली साइड कॉन्वेंट स्कूल में कक्षा- 4 का छात्र था। रविवार शाम वह खेलने के लिए निकला था। मां सुमन उर्फ सीमा ने बताया- जब शिवम काफी देर तक घर नहीं लौटा, तो हम लोग उसे ढूंढने निकले। पूरी रात गांव, आसपास के इलाकों और रिश्तेदारों के यहां ढूंढते रहे। लेकिन, बेटे का कुछ पता नहीं चल सका। रात में पुलिस चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सोमवार सुबह शिवम के घर से 100 मीटर दूर रहने वाले प्रेमलाल के घर के पीछे से एक बोरी मिली। लोगों ने देखा कि बोरी से बच्चे का पैर बाहर निकला है। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। इस पर थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह पुलिस टीम और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। बोरी खोली गई, तो अंदर से शिवम का शव निकला। शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं था। लेकिन कपड़ों समेत पूरा शरीर भीगा हुआ था। आरोपी ने पुलिस पर भी की फायरिंग
इस घटना के बाद एसपी ओमवीर सिंह के निर्देश पर फेफना थाना पुलिस मामले की जांच कर रही थी। परिजनों ने पड़ोस में रहने वाले प्रतीक वर्मा पुत्र शंभू वर्मा पर संदेह जताते हुए तहरीर दी थी। घटना के बाद से प्रतीक फरार था। मंगलवार देर रात 10:17 बजे आमडारी–पकड़ी जाने वाले मार्ग पर पुलिस ने आरोपी प्रतीक वर्मा को गांव के बाहर ही घेर लिया। पुलिस को देखते ही प्रतीक ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके बाएं पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। तंज का बदला लेने के लिए मार डाला
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में प्रतीक वर्मा ने स्वीकार किया कि उसने ही 30 नवंबर 2025 की शाम 10 वर्षीय यशवंत उर्फ शिवम वर्मा की हत्या की थी। उसने बताया- मृतक के चाचा शत्रुघ्न वर्मा के साथ हम लोग रोज गांव में बैठकर लूडो खेलते थे। उसी दौरान शत्रुघ्न ने उसका मजाक उड़ाते हुए कहा- ‘तुम अपराधी हो, मुझे नहीं हरा पाओगे।’ इसी बात का मुझे गुस्सा था। उसी तंज का बदला लेने के लिए मैंने शिवम को मार डाला। आरोपी ने बताया कि वह शिवम को बहला–फुसलाकर गांव के बाहर खेत में ले गया और एक गड्ढे में भरे पानी में उसे डुबोकर मार दिया। बाद में शव को बोरे में भरकर पास के एक घर के पीछे अमरूद के पेड़ के नीचे फेंक दिया। कीचड़ लगे कपड़े और तमंचा बरामद
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने आरोपी के पास एक 303 बोर का अवैध तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। साथ ही घटना के समय पहने कीचड़ लगे कपड़े भी बरामद कर लिए गए हैं। एसपी ओमवीर सिंह ने बताया- आरोपी पर 2021 में हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज है। एसपी ओमवीर सिंह ने कहा- आमडारी में बच्चे की हत्या का मामला बेहद गंभीर था। पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही थी। आरोपी की फायरिंग के बाद जवाबी कार्रवाई में वह घायल हुआ। आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
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