बाराबंकी की श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) एक बार फिर विवादों में है। शुक्रवार को सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने कैंपस में जोरदार हंगामा किया। आरोप है कि अगले सेमेस्टर की एडवांस फीस जमा न करने के कारण उन्हें वर्तमान सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने नहीं दिया जा रहा है। कई छात्रों ने कहा कि उन्होंने परीक्षा शुल्क पहले ही जमा कर दिया, लेकिन पोर्टल बंद होने से एडमिट कार्ड तक नहीं मिल पा रहे। छात्रों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से रजिस्ट्रार और HOD के चक्कर काट रहे, पर उनकी सुनवाई नहीं हुई। गुस्सा तब और बढ़ा जब डिप्टी रजिस्ट्रार ने उनसे कहा- मोबाइल रिचार्ज हो रहा, बस फीस देने में दिक्कत है। इस बयान ने छात्र और अभिभावक गुस्सा हो गए। फीस में देरी पर 10–12 हजार तक पेनल्टी का आरोप छात्रों ने यह भी कहा कि समय से फीस जमा न करने पर 10 से 12 हजार रुपए तक पेनल्टी की धमकी दी जा रही है। कई छात्रों ने लिखित शिकायतें भी दीं, लेकिन आरोप है कि उन्हें जवाब नहीं मिला। सुबह से यूनिवर्सिटी पहुंचकर अभिभावक भी वहीं रुके रहे, पर शाम तक कोई निर्णय नहीं हो सका। रजिस्ट्रार बोलीं- फीस नहीं, अटेंडेंस की समस्या SRMU की रजिस्ट्रार नीरजा जिंदल ने छात्रों के सभी आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा- किसी छात्र को फीस की वजह से नहीं रोका गया, क्योंकि यूनिवर्सिटी में वार्षिक फीस जमा होती है, सेमेस्टरवार नहीं। रोके गए बच्चों की अटेंडेंस 25% से 30% है, जबकि परीक्षा में न्यूनतम 75% उपस्थिति जरूरी है। हर महीने छात्रों को अटेंडेंस की सूची दी जाती है और नोटिस बोर्ड पर भी चस्पा की जाती है। घेराव जैसी कोई घटना नहीं हुई, सिर्फ दो-तीन शिकायतें आई थीं। एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। रजिस्ट्रार ने कहा कि अटेंडेंस पूरी नहीं होने पर परीक्षा में शामिल करवाना संभव नहीं है और किसी प्रकार की “प्लांटी (छूट)” की बात भी नहीं हुई है। एबीवीपी की चेतावनी- भविष्य से खिलवाड़ हुआ तो आंदोलन मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष सत्यव्रत त्रिपाठी ने कहा कि सैकड़ों छात्रों का भविष्य दांव पर है। उन्होंने चेतावनी दी- अगर यूनिवर्सिटी ने छात्रों के साथ नाइंसाफी की तो संगठन सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेगा। पोर्टल बंद होने, एडमिट कार्ड न मिलने से छात्रों का साल बरबाद हो रहा है। उधर, यूनिवर्सिटी प्रशासन अटेंडेंस को असली वजह बता रहा है, जबकि छात्र-छात्राएं इसे फीस वसूली और मनमानी बता रहे हैं। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है, लेकिन समाधान न निकलने से तनाव बढ़ रहा है और छात्रों का भविष्य अधर में लटका है। ये खबर भी पढ़ेंः- बागी विधायक पूजा पाल ने केशव के पैर छुए:प्रयागराज में बोलीं- योगीजी ने न्याय दिया, सपा में रहते भाजपा नेताओं के संपर्क में थी यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे। बिहार चुनाव के बाद केशव का यह पहला दौरा था। केशव से मिलने प्रयागराज के तमाम नेता पहुंचे। इनमें सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल भी थीं। पूजा पाल ने केशव के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। पढ़ें पूरी खबर…
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