फिरोजाबाद में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने रविवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मौलाना अरशद मदनी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा महासचिव रामगोपाल यादव के बयानों पर पलटवार किया। मंत्री जयवीर सिंह ने मौलाना अरशद मदनी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें मदनी ने कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में मुस्लिम मेयर बन सकते हैं, लेकिन भारत में यूनिवर्सिटी का चांसलर नहीं बन सकते, बल्कि उन्हें जेल में डाल दिया जाता है। मदनी ने इस संदर्भ में अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर और आजम खान का जिक्र किया था। इस पर मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मदनी को अल फलाह यूनिवर्सिटी के बारे में पहले जानकारी लेनी चाहिए। उन्होंने ऐसे लोगों को जो आतंकवादी, राष्ट्रद्रोही हैं और राष्ट्र को कमजोर करने के लिए विदेशी ताकतों के हाथों खेल रहे हैं, उन्हें संरक्षण के अयोग्य बताया। मंत्री ने कहा कि ऐसे राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में सीधे संलिप्त रहने वाले लोग न तो भारत में रहने लायक हैं और न ही संरक्षण के पात्र हैं। अखिलेश यादव के ‘SIR’ (संक्षिप्त पुनरीक्षण) को शादी के सीजन पर कराने वाले बयान पर मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि यह कोई मतदान या चुनाव नहीं है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पात्र व्यक्ति का वोट बनता है और अपात्र का कटता है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार चुनाव के बाद विपक्षी दल भयभीत हैं। उन्हें लग रहा है कि उनका भी सफाया हो रहा है, इसलिए वे उहापोह की स्थिति में हैं। सपा महासचिव रामगोपाल यादव के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने आजम खान को जानबूझकर फंसाने और न्याय व्यवस्था को दबाव में बताने का आरोप लगाया था, मंत्री जयवीर सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भारत की न्याय व्यवस्था विश्व की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था है और इस पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। अखिलेश यादव के उस बयान पर भी मंत्री ने प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जहां उनके विधायक हैं, वहां 50 हजार वोट काटे जाएंगे। पर्यटन मंत्री ने कहा कि जो गलत होगा, वह कटेगा। उन्होंने निहितार्थ निकाला कि इसका मतलब है कि अखिलेश यादव अब तक फर्जी मतदान से चुनाव जीतते रहे।
https://ift.tt/NnROTza
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply