फर्रुखाबाद में बुधवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी घटकर लगभग 10 मीटर रह गई। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कड़ाके की ठंड के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही और लोग आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से बाहर निकले। मंगलवार रात 10 बजे से ही जिले में घना कोहरा छाना शुरू हो गया था, जो पूरी रात बना रहा। रात 11 बजे विजिबिलिटी करीब 6 मीटर तक गिर गई थी। बुधवार सुबह भी कोहरे का असर जारी रहा। फर्रुखाबाद-फतेहगढ़ मार्ग, इटावा-बरेली हाईवे और फर्रुखाबाद-दिल्ली मार्ग पर वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर धीमी गति से चलना पड़ा। बुधवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता 27 प्रतिशत रही। बढ़ती ठंड के मद्देनजर लोग अलाव का सहारा लेते दिखे। रोडवेज बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन सहित सार्वजनिक स्थानों पर लोग ठंड से बचने के लिए अलाव तापते नजर आए। प्रतिदिन सुबह टहलने वाले लोग भी कोहरे और ठंड के कारण सड़कों पर कम दिखाई दिए। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, यह कोहरा गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है, लेकिन आलू और सरसों की फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। जिठौली निवासी सुनील राठौर, जो 8 किलोमीटर दूर से साइकिल पर खस्ता बेचने आते हैं, ने बताया कि भीषण सर्दी और घने कोहरे के कारण उन्हें बहुत कम दूरी तक ही दिखाई दे रहा था।
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