फतेहपुर जिले के खागा तहसील में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हो गया। खागा कोतवाली क्षेत्र के मझटेनी गांव में तालाब में मछली पकड़ रहे दो युवकों की 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन टूटकर गिरने से करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना शनिवार दोपहर करीब एक बजे की है। गांव निवासी बृजलाल पुत्र महावीर (50) और राजू पुत्र इंद्रपाल (35) तालाब में मछली पकड़ने के लिए पानी में उतरे थे। इसी दौरान तालाब के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन अचानक टूटकर सीधे पानी में गिर गई। तार गिरते ही पूरे तालाब में तेज करंट फैल गया, जिसकी चपेट में आने से दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए, लेकिन करंट का खतरा होने के कारण कोई भी तालाब के पास जाने की हिम्मत नहीं कर सका। सूचना मिलने पर पुलिस और बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बिजली आपूर्ति बंद कराई गई। जर्जर लाइन को लेकर पहले भी की गई थीं शिकायतें मृतक राजू के भतीजे मायाराम ने बताया कि दोनों लोग मछली पकड़ने के लिए तालाब किनारे गए थे, तभी अचानक 11 हजार वोल्ट की लाइन टूटकर उनके ऊपर गिर गई, जिससे दोनों की करंट से झुलसकर मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जर्जर विद्युत तारों को बदलने को लेकर कई बार बिजली विभाग के अवर अभियंता से शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते यह हादसा हुआ। मृतक राजू अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। उसके तीन पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। पुत्रियों में खुशी (18), नंदिनी (5) और प्रज्ञा (3) तथा पुत्रों में राजन (10), साजन (8) और मयंक (4) शामिल हैं। राजू मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था। घटना के बाद उसकी पत्नी मालती देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दूसरे मृतक बृजलाल के पुत्र धर्मेंद्र ने बताया कि उनके पांच भाई और एक बहन हैं, सभी की शादी हो चुकी है। घर में बुजुर्ग मां छेद्दी देवी हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का आरोप- लाइन पूरी तरह जर्जर गांव निवासी राधेश्याम ने बताया कि हादसा उनके सामने हुआ। उस समय तालाब के पास अन्य लोग और एक बच्चा भी मौजूद था, जो बाल-बाल बच गया। उन्होंने बताया कि गांव के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की लाइन पूरी तरह जर्जर है। करीब 10 फीट की दूरी पर तारों में जोड़ लगाकर विद्युत आपूर्ति दी जा रही है, जो आए दिन टूटकर गिर जाती है। इससे पहले भी इसी लाइन के टूटने से किसानों की गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो चुकी है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार शिकायतों के बावजूद जर्जर लाइन को नहीं बदला गया, जिसके चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे खागा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रमेश पटेल ने बताया कि दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। ग्रामीणों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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