उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में जिला प्रोबेशन अधिकारी ऋशांत कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान एक 13 वर्षीय बालिका को बरामद किया गया, जबकि दो आश्रयविहीन महिलाओं को भी सहारा मिला। यह कार्रवाई बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा थी। निरीक्षण के समय रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी और स्टेशन अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने आरपीएफ और जीआरपी पुलिस टीम को निर्देश दिए कि संकटग्रस्त स्थिति में मिली किसी भी महिला या बच्चे के बारे में तत्काल विभाग को सूचित किया जाए, ताकि उन्हें सुरक्षित घर भेजा जा सके। रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान लगभग 13 वर्षीय एक अज्ञात बालिका मिली, जिसके साथ कोई अभिभावक नहीं था। पूछताछ में बालिका ने बताया कि वह बिहार से है और घर से नाराज होकर बिना बताए चली आई थी। चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने उसे तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर भेज दिया। इसी क्रम में, बस स्टैंड पर औचक निरीक्षण के दौरान दो आश्रयविहीन महिलाएं मिलीं। बस स्टैंड अधीक्षक से बातचीत में पता चला कि ये महिलाएं लगभग 4-5 दिन से वहां बैठी थीं और उनका कोई ठिकाना नहीं था। दोनों महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर में भेजा गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई बच्चा या महिला संदिग्ध अवस्था में दिखे, तो चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 या महिला हेल्पलाइन 181 पर फोन कर सूचना दें। इस निरीक्षण के दौरान वन स्टॉप सेंटर मैनेजर सबीना बानो, चाइल्ड हेल्पलाइन जिला समन्वयक नीरू पाठक, परामर्शदाता अंकित जायसवाल और जीआरपी, आरपीएफ व रेलवे स्टेशन के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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