लखनऊ में प्लॉट दिलाने के नाम पर जालसाजों ने दो लोगों से करीब 83.30 लाख रुपए ठग लिए। ठग ने सस्ते में प्लॉट दिलाने का झांसे में लिया। इसके बाद कई बार में रुपए ऐंठ लिए। पीड़ितों ने गाजीपुर और विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इंदिरानगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी अमर अग्रवाल ने बताया कि साल 2024 में उनकी मुलाकात डालीगंज के राम गोपाल और उसके बेटे निशांत वर्मा से हुई। दोनों ने कम कीमत में प्लॉट दिलाने का झांसा देकर एक करोड़ रुपए में सौदा तय किया। उनकी बातों में आकर अमर ने सितंबर 2024 में पूरी रकम पिता-पुत्र को दे दी लेकिन सितंबर 2025 तक भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं की गई। इसके बाद रकम मांगने पर आरोपी पिता-पुत्र ने अमर को सिर्फ 20 लाख रुपए लौटाए। बाकी रकम मांगने पर 28 जून को दोनों ने उनके साथ मारपीट कर दी। जिसकी शिकायत करने पर केस दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद अमर ने डीसीपी पूर्वी से मिलकर शिकायत की। इंस्पेक्टर गाजीपुर राजेश कुमार मौर्या के मुताबिक शुरुआती जांच में आरोप सही पाए जाने पर दोनों के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कर लिया गया है। सबूते के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सोसाइटी में प्लॉट दिलाने का झांसा दिया वहीं हरियाणा के रोहतक निवासी रमेश ने बताया कि उनकी मुलाकात साल 2021 में विभूतिखंड स्थित एल्पिडा होम्स प्राइवेट लिमिटेड के एजेंट अनूप कुमार सिंह से हुई थी। अनूप ने कम दाम में प्लॉट दिलाने का भरोसा दिलाते हुए रमेश को निदेशक उद्देश्य तिवारी से भी मिलवाया। रमेश का आरोप है कि झांसे में आकर उन्होंने 3.50 लाख रुपए कंपनी में जमा कराए लेकिन रजिस्ट्री नहीं कराई गई। दबाव डालने पर निदेशक उन्हें 2025 तक टरकाते रहे। इसके गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगा। परेशान होकर रमेश ने विभूतिखंड थाने में शिकायत दी। इंस्पेक्टर अमर सिंह ने बताया कि मामले की तफ्तीश की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर नाम घटाए या बढ़ाए जाएंगे।
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