औरैया में अपेक्षा महिला एवं बाल विकास समिति द्वारा आयोजित लीडर महिलाओं का पाँच दिवसीय प्राकृतिक एवं जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षक लाखन सिंह ने महिलाओं को प्राकृतिक खेती की आवश्यकता, उसके लाभ और भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सत्र के दौरान रासायनिक, प्राकृतिक और जैविक खेती की तुलनात्मक जानकारी प्रस्तुत की गई। इसमें तीनों पद्धतियों की लागत, आय और व्यय का व्यावहारिक विश्लेषण शामिल था। प्रशिक्षक ने बताया कि प्राकृतिक खेती में लागत कम होती है, जिससे किसानों की वास्तविक आय बढ़ती है और मिट्टी, जल, पर्यावरण तथा मानव स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है। समापन सत्र में समिति सचिव रीना पांडेय ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती अपनाकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकती हैं। उन्होंने महिलाओं से अपने अनुभवों और सीख को गांव की अन्य महिलाओं तक पहुंचाने का आग्रह किया, ताकि अधिक से अधिक लोग प्राकृतिक खेती की ओर प्रेरित हों। प्रशिक्षण में शामिल पिंकी, मीना, रामबेटी, सावित्री, मुनिया, प्रभा, बबली, सरोज, उर्मिला, सोनी, विमला सहित अन्य महिलाओं ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि प्राप्त जानकारी से उन्हें खेती को लाभकारी और टिकाऊ बनाने की स्पष्ट दिशा मिली है। समिति ने भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।
https://ift.tt/fhrYIvx
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply