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प्रयागराज में माघ मेले को लेकर बड़ी मॉक ड्रिल:10 कंटीजेंसी प्लान का हुआ रिहर्सल, अचानक लागू किया गया रूट डायवर्जन

प्रयागराज में माघ मेले की तैयारियों को परखने और किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के उद्देश्य से सोमवार को प्रयागराज में एक बड़ी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान माघ मेला क्षेत्र से लेकर शहर के प्रमुख इलाकों तक भीड़ प्रबंधन के लिए तैयार किए गए 10 कंटीजेंसी प्लान का रिहर्सल किया गया। 10 स्थानों पर रिहर्सल
मॉक ड्रिल के तहत शहर और माघ मेला क्षेत्र में 10 अलग-अलग स्थानों को चिन्हित किया गया, जहां संभावित आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए कंटीजेंसी प्लान को लागू कर उसकी प्रभावशीलता जांची गई। रिहर्सल के दौरान कंटीजेंसी प्लान के अनुरूप ट्रैफिक को डायवर्ट और रेगुलेट भी किया गया। जीटी जवाहर चौराहे पर डीसीपी सिटी ने संभाली कमान
माघ मेले के प्रमुख एंट्री प्वाइंट जीटी जवाहर चौराहे पर कंटीजेंसी प्लान के रिहर्सल की कमान डीसीपी सिटी मनीष कुमार शांडिल्य ने संभाली। इस दौरान उनके साथ कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। जीटी जवाहर चौराहे पर हुई रिहर्सल में एमजी मार्ग थाना प्रभारी वैभव सिंह, परेड थाना प्रभारी अतुल सिंह, दारागंज थाना प्रभारी ज्ञानेश्वर मिश्र अपने-अपने थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे। माघ मेला क्षेत्र में भी अलग-अलग स्थानों पर अभ्यास
उधर माघ मेला क्षेत्र में भी अलग-अलग अधिकारियों के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर कंटीजेंसी प्लान का रिहर्सल किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कुल 10 कंटीजेंसी प्लान तैयार किए गए हैं, जिनमें से कंटीजेंसी प्लान नंबर-1 और नंबर-2 का रिहर्सल माघ मेला क्षेत्र में, जबकि कंटीजेंसी प्लान नंबर-3 का रिहर्सल जीटी जवाहर चौराहे पर कराया गया। कमांड सेंटर से रखी गई कड़ी निगरानी
कंटीजेंसी प्लान के रिहर्सल के दौरान कमिश्नरेट पुलिस, मेला पुलिस और मेला प्रशासन के तमाम आला अधिकारी माघ मेला प्राधिकरण कार्यालय में बने आई-ट्रिपल-सी (कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) में मौजूद रहे। यहां से पूरे अभ्यास की क्लोज मॉनिटरिंग की गई। क्या है कंटीजेंसी प्लान?
कंटीजेंसी प्लान एक आपात योजना है, जिसका उपयोग भीड़ प्रबंधन के लिए किया जाता है। यह योजना उन परिस्थितियों में लागू की जाती है जब अचानक अत्यधिक भीड़ पहुंच जाए और सामान्य यातायात व्यवस्था से स्थिति को संभालना संभव न हो। महाकुंभ के दौरान भी कई बार अचानक भीड़ का दबाव बढ़ने पर विभिन्न मार्गों पर कंटीजेंसी प्लान लागू किया गया था, जिसके जरिए आपात हालात में भीड़ को नियंत्रित किया गया। अधिकारी बोले
एसपी मेला नीरज पांडेय के मुताबिक मॉक ड्रिल का उद्देश्य माघ मेले के दौरान किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयारी, समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया को परखना है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुचारु आवागमन सुनिश्चित किया जा सके।


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