प्रयागराज में पिछले कई दिनों से ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार की सुबह भले ही शहर में हल्की धूप निकल आई, लेकिन गलन और शीतलहर से लोगों को कोई खास राहत नहीं मिल सकी। तेज़ ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बीती रात शहर का न्यूनतम तापमान 9°C और दिन का अधिकतम तापमान 18°C रहा, जबकि दिन में तापमान कहीं-कहीं 14°C से 24°C के बीच दर्ज किया गया। धूप के बावजूद गलन ने बढ़ाई परेशानीसुबह सूरज निकलने के बाद भी हवा में ठंडक इतनी ज्यादा रही कि लोग घरों से बाहर निकलते ही ठिठुरने लगे। गलियों, चौकों और बाजारों में लोग अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। कई क्षेत्रों में शाम होते ही सन्नाटा छा जाता है क्योंकि ठंड बढ़ने के साथ लोग जल्द ही घरों में दुबकना पसंद कर रहे हैं। मंदिरों में भी बदला समय, भगवानों को ओढ़ाई गई गर्म चादरेंशहर के प्राचीन हनुमान मंदिर सहित कई धार्मिक स्थलों में ठंड को देखते हुए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। हनुमान जी को गर्म शॉल ओढ़ाया गया है, वहीं शंकर–पार्वती, राधा–कृष्ण आदि देवी–देवताओं को भी गर्म ऊनी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं। बढ़ती ठंड के चलते सुबह भगवान के उठने का समय आधा घंटा बढ़ा दिया गया है। सड़कों पर अलाव और प्रशासन की पहलठंड बढ़ने के साथ अलाव ही लोगों का सहारा बन रहे हैं। शहर की गलियों और बाजारों में लोग बोनफायर के पास बैठकर ठंड भगाते दिखाई दिए। दूसरी ओर, प्रशासन ने भी जरूरतमंदों के लिए विशेष व्यवस्था की है। शहर के महत्वपूर्ण स्थानों — सिविल लाइंस, कटरा, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में रैन बसेरे तैयार किए जा रहे हैं, जिससे बेघर और असहाय लोगों को रात में ठंड से बचने की सुविधा मिल सके। साथ ही, प्रशासन की ओर से अलाव जलाने के लिए लकड़ियों की व्यवस्था भी की जा रही है।
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