प्रतापगढ़ पुलिस ने ‘ऑपरेशन दस्तक’ शुरू किया है। इसके तहत चोरों, लुटेरों और पशु तस्करों को हफ्ते में एक बार थानों में डिजिटल हाजिरी देनी होगी। इसी क्रम में, आज नगर कोतवाली में 20 अपराधी लाइन में लगकर अपनी डिजिटल हाजिरी दर्ज कराने पहुंचे। सबसे पहले, नगर कोतवाली के ‘ऑपरेशन दस्तक’ रजिस्टर में उनका नाम-पता दर्ज किया गया। इसके बाद, ‘त्रिनेत्र ऐप’ पर अपराधियों की फोटो, घर का पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, आपराधिक इतिहास और तत्काल की फोटो सहित कई डिजिटल जानकारियां अपलोड की गईं। कोतवाल ने अपराधियों को निर्देश दिया कि उन्हें अब हर हफ्ते थाने में आकर हाजिरी देनी होगी। उन्होंने अपराधियों से बातचीत करते हुए चेतावनी दी कि यदि उन्होंने दोबारा अपराध किया तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रतापगढ़ पुलिस ने ‘ऑपरेशन दस्तक’ एक सप्ताह पहले लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य जनपद के सभी चोरों, लुटेरों, पशु तस्करों और डकैती जैसे गंभीर अपराधों में शामिल अपराधियों का हर हफ्ते उनके निकटतम थानों में डिजिटल सत्यापन कराना है। पुलिस इस ऑपरेशन के जरिए अपराधियों की लोकेशन और उनकी गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी स्थापित करना चाहती है। डिजिटल सत्यापन और फीडिंग से अपराध नियंत्रण को मजबूत किया जा सकेगा और भविष्य में किसी भी अपराध की स्थिति में अपराधियों की पहचान और ट्रैकिंग में भी मदद मिलेगी, जिससे वे पुलिस कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे।
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