पीलीभीत के हजारा थाना क्षेत्र के गांव राघवपुरी में एक दसवीं की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। आरोप है कि स्कूल की एक शिक्षिका के प्रेमी संग भाग जाने के शक में कुछ लोगों द्वारा प्रताड़ित किए जाने से आहत होकर छात्रा ने मंगलवार को जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, मृतक छात्रा जनपद लखीमपुर के सम्पूर्णानगर क्षेत्र के एक निजी स्कूल में पढ़ती थी। बीते 17 नवंबर को स्कूल की एक शिक्षिका अपने प्रेमी के साथ अचानक कहीं चली गई थी। शिक्षिका के परिजनों को संदेह था कि इस घटना में छात्रा की कोई भूमिका थी। इसी शक के आधार पर उन्होंने नाबालिग छात्रा को प्रताड़ित करने की योजना बनाई। छात्रा को प्रताड़ित करते थे छात्रा की मां परमजीत कौर ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि शिक्षिका के परिजनों ने उनकी बेटी को रास्ते से जबरन अपने घर में खींच लिया। उसे एक कमरे में बंद कर घंटों तक मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। आरोपियों की लगातार धमकियों से परेशान होकर छात्रा ने मंगलवार को घर आकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। मां की तहरीर के आधार पर हजारा पुलिस ने जनार्दन दुबे, पूनम दुबे, अभिषेक दुबे और अविनाश दुबे सहित चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और प्रताड़ना की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। घटना के बाद से ही सभी आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है पुलिस इस मामले में लगातार दबिश दे रही थी। शनिवार को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नामजद आरोपी जनार्दन दुबे को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस कार्रवाई और शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, पांचवें दिन शनिवार को परिजनों ने भारी मन से छात्रा का अंतिम संस्कार किया। पूरनपुर सीओ प्रतीक दहिया ने मामले की जानकारी देते हुए पुष्टि की कि एक आरोपी को जेल भेजा गया है और बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
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