बलरामपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी कर रहा था। थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में सक्रिय इस गैंग के मुख्य आरोपी अमित कुमार उर्फ बड़े बाबू को पुलिस ने नीलकोठी के पास से घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है। उस पर फर्जी नियुक्ति पत्र देने और 12 महीने तक बिना वेतन काम कराने का आरोप है। यह मामला तब सामने आया जब पचपेड़वा निवासी आकाश ने 7 नवंबर 2025 को थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि अमित कुमार ने खुद को महिला कल्याण विभाग के चाइल्ड लाइन प्रोजेक्ट में ‘बड़े बाबू’ बताकर एक लाख रुपए के बदले केस वर्कर का फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था। पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी दी आकाश से लंबे समय तक काम कराया गया, लेकिन जब उसने वेतन की मांग की तो आरोपी अमित कुमार, संतोष कुमार और राजू श्रीवास्तव ने न केवल पैसे देने से इनकार कर दिया बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था। उपनिरीक्षक अमित और उपनिरीक्षक अनूप को सूचना मिली कि वांछित अमित कुमार नीलकोठी के पास मौजूद है। पुलिस टीम ने तुरंत घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी मूल रूप से बलिया जिले के मनियर गांव का निवासी है और वर्तमान में बलरामपुर के किशोर न्याय बोर्ड में तैनात था। तीसरा आरोपी अभी फरार है इस फर्जी नियुक्ति गिरोह के एक अन्य नामजद आरोपी संतोष कुमार को पुलिस 8 नवंबर को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। तीसरा आरोपी राजीव श्रीवास्तव अभी फरार है। पूछताछ के दौरान अमित कुमार ने खुलासा किया कि वह विकास भवन बलरामपुर में कनिष्ठ सहायक के रूप में तैनात है। किशोर न्याय बोर्ड में संबद्ध रहते हुए उसकी मुलाकात राजीव श्रीवास्तव से हुई, जिसने उसे संतोष कुमार से मिलवाया। तीनों मिलकर बेरोजगारों को चाइल्ड लाइन में नौकरी का झांसा देते थे। वे फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करते, मोटी रकम वसूलते और उसे आपस में बांट लेते थे। आकाश गुप्ता से भी इन लोगों ने एक लाख रुपये लिए थे। पुलिस अधीक्षक ने टीम की सराहना करते हुए फरार आरोपी राजीव श्रीवास्तव की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
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