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‘पैर छूकर मां का अंतिम संस्कार नहीं कर सका’:गाजियाबाद में पुलिस के सामने गिड़गिड़ाया दरोगा का बेटा, बोला-भगवान मुझे माफ करना

‘हे मां, मुझे माफ करना… मैंने खुद को भी खो दिया है। तुम मुझे गालियां देती थीं, हर रोज पेंशन को लेकर ताने देकर मेरा अपमान करती थीं। मैंने प्रेम विवाह किया तो तुमने मुझे घर की दहलीज छोड़ देने को कहा। मेरी पत्नी तुम्हें कभी पसंद नहीं आई, आए दिन झगड़ा होता रहता था। मैंने शराब में बहुत कुछ बर्बाद कर दिया। तुमने मुझे बेटे की तरह पाला था, यह भी मुझे याद है। भगवान मुझे माफ करे…मैंने अपनी ही मां की हत्या कर दी। बस, मैं अंतिम बार पैर छूकर अपनी बूढ़ी मां का अंतिम संस्कार करना चाहता हूं।’ यह बात आज मोदीनगर थाने में 45 साल के राहुल शर्मा ने पुलिस के सामने कहीं। 6 दिसंबर को राहुल शर्मा ने गाजियाबाद के मोदीनगर के जनता कॉलोनी में अपनी 65 साल की मां मधु शर्मा की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। पहले 2 तस्वीरें देखिए… अब पूरा मामला विस्तार से… मकान-पेंशन को लेकर विवाद होता था मोदीनगर की जनता कालोनी में वेद प्रकाश का घर है। वो आबकारी विभाग में दरोगा थे। रिटायरमेंट के बाद 2002 में उनकी मौत हो गई थी। उनकी 4 बेटियां और एक बेटा है। सभी की शादी हो चुकी है। इकलौता बेटा राहुल शर्मा अपनी मां मधु, पत्नी परिणिता और 8 साल के बेटे के साथ जनता कालोनी में रहता था। राहुल का अपनी मां से इसलिए विवाद होता था कि मां पेंशन अपनी बेटियों को देती थी। उसे डर था कि कहीं वह मकान भी बेटियों के नाम न कर दें। 8 दिन पहले भी राहुल ने मां से मारपीट की थी। तभी से लगातार दोनों के बीच झगड़ा चल रहा था। राहुल का अपनी मां से इसलिए विवाद होता था कि मां पेंशन अपनी बेटियों को देती थी। उसे डर था कि कहीं वह मकान भी बेटियों के नाम न कर दें। 8 दिन पहले भी राहुल ने मां से मारपीट की थी। तभी से लगातार दोनों के बीच झगड़ा चल रहा था। आरोपी बेटा बोला- मुझे हत्या का पछतावा है
पुलिस हिरासत में इकलौते बेटे ने कहा- मैं इकलौता बेटा हूं और मुझे अपने किए पर गहरा पछतावा है। मैं अपनी मां के पैर छूकर उनसे माफी मांगकर उनका अंतिम संस्कार करना चाहता था। मां अपनी बेटियों को मकान देना चाह रही थीं, लेकिन मैं इसके खिलाफ था। इसी बात को लेकर हमारे बीच अक्सर विवाद होता रहता था। शुक्रवार को मेरी मां मधु शर्मा और मेरी पत्नी परिणीता के बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद मैंने पत्नी को मायके भेज दिया। शनिवार को मेरा और मां का भी झगड़ा हो गया। मां हमेशा मुझे गालियां देती थीं। शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे मां बहन के घर से लौटकर आई थीं। मेरी तीनों बहनें मोदीनगर में ही रहती हैं। घर पहुंचते ही मां फिर गाली देने लगीं। बहस बढ़ती गई और मैं अपना आपा खो बैठा। गुस्से में पहले मैंने चाकू से कई वार किए और फिर रसोई में जाकर साग काटने वाला दरांता उठाकर उनकी गर्दन पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। मुझे अपनी गलती का बेहद पछतावा है। यह पाप करने के बाद मैं खुद समझ नहीं पा रहा हूं कि आगे अपनी जिंदगी कैसे जिऊंगा। मेरे पिता का निधन हुए भी 23 साल हो चुके हैं। अब मैंने अपनी मां को भी खो दिया। बहन बोली फांसी की सजा मिले
मधु शर्मा की मौत के बाद बेटियों का रोकर बुरा हाल है। वह बार बार अपनी मां को याद पर रो रही हैं। ममता शर्मा ने बताया-राहुल हम पांच बहनों का इकलौता भाई है। बचपन से ही उसे बहुत लाड़–प्यार में पाला गया था। मां ने उसके लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा दी, लेकिन उसी ने उनकी हत्या कर दी। कभी सोचा नहीं था कि वह ऐसा कदम उठा देगा। हम पांचों बहनों का कहना है कि राहुल ने जो किया है, उसके लिए उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मां मधु शर्मा के शरीर पर 7 चोटों के निशान मिले हैं। गला कटने और ज्यादा खून बहने के कारण उनकी मौत हुई। मरने वाली महिला के भतीजे हरीश दीक्षित की तहरीर पर राहुल भारद्वाज, उसकी पत्नी परिणिता और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। ACP मोदीनगर अमित सक्सेना ने बताया- आरोपी की पत्नी की भूमिका की जांच चल रही है। घटना के बाद आरोपी खुद ही थाने पहुंच गया था।


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