पीलीभीत के थाना घुंघचाई पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने माधोटांडा स्थित एक ठिकाने से गिरोह के सरगना मनजीत सहित कुल छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। ये साइबर ठग गेमिंग ऐप के नाम पर लोगों को लालच देकर उनके बैंक खाते खाली कर देते थे।माधोटांडा पुलिस ने मुखबिर की सूचना और सर्विलांस की मदद से मनजीत के घर पर छापा मारा। पुलिस ने विक्रांत उर्फ विक्की, मनजीत, चक्र खड़का, कपिल, कुनाल और प्रशांत को गिरफ्तार किया। इनके पास से 13 मोबाइल फोन, 13 लैपटॉप, 2 कंप्यूटर सिस्टम, 1 प्रिंटर-जेरॉक्स मशीन, 1160 रुपए नकद, 2 खुरचे हुए सिम कार्ड, 1 यूएई का सिम कार्ड और 3 आधार कार्ड बरामद हुए।गिरोह के सरगना मनजीत ने पूछताछ में बताया कि उसने अगस्त 2024 में दुबई से कॉल सेंटर का काम सीखा था। पीलीभीत लौटकर उसने अमृतपाल के साथ मिलकर fairplay247.games वेबसाइट पर फ्रोजन सॉफ्टवेयर के माध्यम से यह कॉल सेंटर शुरू किया।ये अपराधी डार्क वेब से गेम खेलने के इच्छुक व्यक्तियों के फोन नंबर निकालते थे। वे उन्हें गेमिंग ऐप्स पर खेलने के लिए प्रेरित करते और शुरुआत में बड़ी रकम जितवाकर उनका भरोसा जीतते थे। इसके बाद, वे पीड़ितों के बैंक खातों की जानकारी हासिल कर उन्हें पूरी तरह खाली कर देते थे।गिरोह में विक्रांत उर्फ विक्की ट्रेनर की भूमिका निभाता था, जबकि कपिल और कुनाल ग्राहकों को कॉल करके फंसाते थे। चक्र खड़का खातों का हिसाब-किताब रखता था।पुलिस को इनके लैपटॉप से मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 50 हजार लोगों ने लॉग इन किया था और करीब 20 हजार लोगों ने पैसा निवेश किया। शुरुआती छानबीन में 5.54 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश सामने आया है। इन ठगों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे खातों पर ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार और कर्नाटक सहित कई राज्यों में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में रोक लगी हुई है।मनजीत, अमृतपाल और विक्की दुबई व दिल्ली से इस गिरोह का संचालन कर रहे थे। पुलिस फर्जी सिम कार्ड और बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले अन्य साथियों प्रियांशु दीक्षित, धर्मेंद्र कुमार और गोरखपुर निवासी राकेश प्रजापति की भी तलाश कर रही है।
https://ift.tt/D4P5YbR
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply