पीलीभीत जिले में नवंबर माह को यातायात माह घोषित किए जाने के बावजूद ओवरलोडिंग और ओवरहाइट वाहनों का संचालन बेरोकटोक जारी रहा। परिवहन विभाग पर एलएच शुगर मिल को कथित संरक्षण देने और ओवरलोड ट्रकों पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करने का आरोप लगा है। जनपद में गन्ना पेराई सत्र शुरू होने के साथ ही ओवरलोड ट्रकों की आवाजाही में वृद्धि हुई है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। नियमानुसार, ओवरलोड और ओवरहाइट वाहनों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन एलएच शुगर मिल के मामले में एआरटीओ की कथित ‘मेहरबानी’ सामने आई है। परिवहन विभाग ने नवंबर माह में ओवरलोड गन्ना लदे वाहनों के खिलाफ केवल 38 ट्रकों का चालान किया है। गन्ना सीजन में मिलों में रोजाना आने वाले ट्रकों की संख्या को देखते हुए यह आंकड़ा नगण्य है, जिससे विभाग की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में, एलएच शुगर मिल के परिसर में खड़े दर्जनों ओवरलोड ट्रकों का एक वीडियो भी सामने आया था। इस वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि ये ट्रक मानक से अधिक गन्ना लादकर परिवहन नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। वीडियो सामने आने के बावजूद परिवहन विभाग ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इस स्थिति से न केवल सड़क सुरक्षा को खतरा है, बल्कि सरकार के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। आम जनता और किसान लगातार इस मनमानी पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन एआरटीओ ने इस गंभीर विषय पर चुप्पी साध रखी है। इस संबंध में जब एआरटीओ वीरेंद्र सिंह से जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि ओवरलोडिंग के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और इस पर लगाम लगाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
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