कानपुर के बर्रा में दबंगों ने एक युवक को मारपीट करने के साथ ही धमका कर 40 लाख रुपए मांगे और 20 लाख वसूल लिए। बचे 20 लाख वसूलने के लिए युवक को पिस्टल लगा कर अगवा कर लिया। इसके बाद एक कमरे में बंधक बनाकर रखा और 20 लाख रुपए मंगाने की डिमांड रखी। रुपए नहीं मिलने पर उसे पिस्टल देकर कहा कि सुसाइड कर लो और चाकू से कई वार किया। पीड़ित किसी तरह छूटकर घर पहुंचा तो परिजनों को आपबीती बताई। इसके बाद युवक की मां की तहरीर पर पुलिस ने छह लोगों के खिालफ नामजद अपहरण समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। कमरे में बंद करके रात भर पीटा, चाकू मारी फिर पिस्टल देकर कहा सुसाइड कर लो गुजैनी थाना क्षेत्र के वैष्णवी विहार निवासी सुनीता सचान ने ने बताया कि बीते 7 दिसंबर की रात आठ बजे उनका बेटा प्रियांशू सचान बर्रा स्थित सुमित मैगी प्वाइंट पर चाय पी रहा था। तभी 12 से अधिक मुकदमों में नामजद अपराधी घाटमपुर के जवाहर नगर निवासी मोनू सचान वहां पहुंचा और बेटे को पिस्टल लगा बाइक पर बैठा लिया। बाइक मोनू का साथी ऋतिक प्रजापति चला रहा था। जबकि दूसरी बाइकों पर हर्षित सचान, शिवम सचान उर्फ कंपट, कृष्णा सैनी, आयुष तिवारी व अन्य लोग थे। मोनू बेटे को एक कमरे में ले गया और रात भर पीटता रहा। मोनू ने बेटे से कहा कि तुमसे 40 लाख वसूल करने थे। तुमने 20 लाख रुपये ही दिए हैं, बाकी रुपयों की एक घंटे में व्यवस्था करो। प्रियांशू ने देने में असमर्थता जताई तो आरोपितों ने प्रियांशू के हाथ में पिस्टल देते हुए कहा, कि पैसे दो या फिर खुद को गोली मारकर आत्म हत्या कर लो। इस दौरान प्रियांशू पर चाकू से वार कर दिया, जो उसके चेहरे पर बाईं ओर लगा। प्रियांशू किसी तरह आरोपितों के चंगुल से निकला और जान बचाकर घर पहुंचा। इसके बाद परिजनों को पूरे मामले की जानकारी हुई। मां सुनीता सचान की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी मोनू सचान, ऋतिक प्रजापति, हर्षित सचान, शिवम सचान उर्फ कंपट, कृष्णा सैनी, आयुष तिवारी समेत अन्य अज्ञात के खिलाफ अपहरण समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस की दबिश के दौरान छत से कूदा मोनू बर्रा थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस मोनू के घाटमपुर स्थित घर पर पहुंची तो मामले में नामजद आरोपित उसके घर पर शराब पीते मिले। पुलिस की आहट मिलते ही सभी छत से कूदकर भागने लगे। मोनू भी कूदा, उसके हाथ और पैर में फ्रैक्चर हो गया, जबकि भाग रहे कृष्णा सैनी को पुलिस ने दौड़ा कर पकड़ लिया। कृष्णा को जेल भेज दिया गया। जबकि मोनू का इलाज होने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा। चेन, अंगूठी बेच कर युवक देता रहा रकम बर्रा इंस्पेक्टर ने बताया कि आपराधिक प्रवृत्ति के मोनू का बीते मार्च के महीने में बमबाजी के दौरान हथेली उड़ गई थी। इसका जिम्मेदार वह प्रियांशू को ठहरा रहा था। हत्या के प्रयास का मुकदमा लिखाने और अपनी ऊपर तक पहुंच का हवाला देकर उससे रुपये एंठता रहा। प्रियांशू ने चेन, अंगूठियां बेचकर और घर, दोस्तों से उधार लेकर उसे रुपये दिए। एक प्लॉट बेचकर मोनू को 20 लाख दिए। हालांकि मोनू 20 लाख रुपये की और मांग कर रहा था।
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