प्रतापगढ़ में एक पिता ने अपने 7 साल के बेटे की हत्या कर दी। पहले कई थप्पड़ मारे। फिर पैर पकड़ कर जमीन पर पटक दिया। इसके बाद उसके चेहरे पर कई बार पैर से मारा। गांव वालों से बोला- मेरे बेटा गायब हो गया है। अगले दिन घर से 300 मीटर दूर खून से लथपथ बच्चे का शव मिला था। बच्चे के दादा ने पुलिस में हत्या की FIR दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब अगले दिन पूछताछ की तो बच्चे का पिता फरार हो गया। 5 दिन बाद शनिवार को उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने बताया कि मेरी पत्नी का किसी युवक से अफेयर है। उसी को हत्या के आरोप में फंसाने के लिए मैंने बेटे को मार डाला। घटना 30 नवंबर की चौबेपुर गांव की है। 11 साल पहले हुई थी शादी चौबेपुर गांव के रहने वाले बाबूलाल ने बताया कि मेरे घर में पिता, मां, पत्नी पूनम वर्मा और दो बेटे, आर्यन (9) और यश (7) रहते थे। 11 साल पहले मेरी शादी हुई। शादी के बाद सबकुछ ठीक था। लेकिन कुछ सालों से मेरी मेरी पत्नी का गांव की कुछ लोगों से अफेयर चलने लगा। इसके बारे में मुझे पता चलने पर दोनों में झगड़ा होता। कुछ दिन से मेरी पत्नी एक लड़के से बात कर रही थी। यह बात मुझे बर्दाश्त नहीं हो रही थी। मैंने कई बार उसे समझाया लेकिन वह मानी। 24 नवंबर को भी मेरा उसके झगड़ा हुआ। वह बच्चों को छोड़कर मायके चली गई। मैंने सोचा कि वह उस युवक के साथ रहना चाहती है। इसलिए उस युवक को फंसाने के लिए मैंने बेटे की हत्या की साजिश रची। पत्नी के प्रेमी को फंसाने के लिए प्लानिंग की 30 नवंबर को ही मेरे गांव में एक बारात आई थी। मैं अपने दोनों बच्चों के साथ वहां शामिल हुआ था। थोड़ी देर बाद मैं और बच्चे वापस आ गए। लेकिन मेरा छोटा बेटा यश फिर से वापस चला गया। मैं उसे ढूंढने बारात में पहुंचा। वहां से उसे लाकर रास्ते में उसे सुनसान जगह ले गया। पहले उसे हाथ से मारा, वह बेहोश हो गया, फिर उसका पैर पड़कर जमीन पर जोर से पटक दिया। इसके बाद पैर में पहने हुए जूते से उसके चेहरे पर कई बार मारा फिर मैं बारात में चला गया और वहां झूठी अफवाह फैलाई की मेरा बेटा गायब हो गया है। इसके बाद हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची, 2 घंटे तक ढूंढ़ती रही फिर वापस चली गई। अगले दिन सुबह गांव के लोगों को मेरे बेटे का शव मिला। लोग उसे अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। तब मुझे एहसास हुआ कि मैंने अपने बेटे को ही मार डाला। अंतिम संस्कार करने के बाद पकड़े जाने के डर से मैं उस दिन भाग गया। चार-पांच दिन बाद में अपने बड़े बेटे से मिलने आया तभी पुलिस ने मुझे पकड़ लिया। बार-बार बयान बदल रहा था आरोपी प्रतापगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र लाल पूर्वी ने बताया कि 1 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि चौबेपुर गांव में एक बच्चे का शव मिला है। हम मौके पर पहुंचे, बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके अगले दिन हमने बच्चों के पिता और उसके दादा को थाने बुलाया। बच्चे का पिता बार- बार अपना बयान बदल रहा था। इससे हमें उस पर शक हुआ। पुलिस बाबूलाल को घर के बाहर से बुलाने लगी तभी वह पीछे की दीवार तोड़कर मौके से फरार हो गया। आज कड़ाई से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। …………………………… ये खबर भी पढ़ें… इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मारी, महिला सिपाही पर FIR:जालौन में कमरे से चीखते हुए भागी; पत्नी बोली- मर्डर किया यूपी के जालौन में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया। बुलेट उनके सिर के आर-पार हो गई। इसमें एक महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा का नाम सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार रात इंस्पेक्टर ने जब सुसाइड किया, उस वक्त महिला सिपाही उनके कमरे में ही थी। पूरी खबर पढ़ें…
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