हरदोई में महाराजा सल्हीय पासी की ऐतिहासिक पहचान से कथित छेड़छाड़ के विरोध में पासी समाज ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन डीएम कोसौंपा है। जिलाधिकारी हरदोई के माध्यम से भेजे गए इस ज्ञापन में विवादित निर्माण और कार्यक्रमों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि संडीला की विधायक श्रीमती अल्का सिंह अर्कवंशी ने सरकारी धन और संसाधनों का उपयोग कर एक विवादित स्थल पर महाराजा सल्हीय पासी का नाम बदलकर ‘महाराजा सल्हीय सिंह अर्कवंशी’ अंकित कराया है। पासी समाज ने इसे शासकीय गजेटियरों, राजस्व अभिलेखों और ऐतिहासिक ग्रंथों के विपरीत बताते हुए अपनी पहचान को विकृत करने वाला कृत्य करार दिया है। समाज का कहना है कि इस बदलाव से भ्रम, असंतोष और जातीय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि एसडीएम संडीला और जिलाधिकारी हरदोई की आख्याओं में महाराजा सल्हीय पासी का संबंध पासी समाज से दर्ज है और किसी भी आधिकारिक दस्तावेज में उन्हें किसी अन्य पहचान से प्रमाणित नहीं किया गया है। पासी समाज ने बताया कि मामला माननीय अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग में लंबित होने के बावजूद 27 नवंबर 2025 को विवादित स्थल पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसे न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला कदम बताया गया है। ज्ञापन में 5 दिसंबर 2025 को सांसद अशोक रावत द्वारा संसद में वीर पासी शासकों के इतिहास को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने की मांग का भी समर्थन किया गया है। पासी समाज की मुख्य मांगों में ‘सिंह अर्कवंशी’ नाम से किसी भी निर्माण या कार्यक्रम पर तत्काल रोक लगाना, गलत नाम हटाकर ‘महाराजा सल्हीय पासी’ नाम पुनः स्थापित करना और अगले आदेश तक स्थल पर सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। यह ज्ञापन अखिल भारतीय पासी महासभा के प्रदेश महासचिव राम बाबू पासी के हस्ताक्षर से सौंपा गया है।
https://ift.tt/Y3vAGZS
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply