गोंडा के इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव की आत्महत्या के मामले में अब हर दिन नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। 17 दिसंबर को फांसी लगाकर जान देने वाले अभिषेक ने आत्महत्या से पहले पांच पेज का सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने अपने जीवन की पीड़ा, आरोप, प्रेम, अपमान और टूटन को शब्दों में उतार दिया। सुसाइड नोट इतना मार्मिक है कि इसे पढ़ने वालों की आंखें नम हो जा रही हैं। अभिषेक ने इस नोट में साफ तौर पर सोनल सिंह, उसके पति अजीत प्रताप सिंह और अजीत के भाई अमित सिंह को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पहला पेज: मुझे ब्लैकमेलर बना दिया गया सुसाइड नोट के पहले पेज में अभिषेक ने अपनी पहचान बताते हुए लिखा—“मेरा नाम अभिषेक श्रीवास्तव है। मेरे माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं।” उसने लिखा कि 28 सितंबर 2025 को सामने के घर में रहने वाली सोनल सिंह पत्नी अजीत प्रताप सिंह ने उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई।अभिषेक के मुताबिक उसे ब्लैकमेलिंग के झूठे आरोप में पुलिस उठा ले गई। वह उस दिन मंदिर गया था। भूखा और रोता रहा, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी अभिषेक ने लिखा- जिस सोनल से मैं बहुत प्यार करता था, उसी ने कहा कि मैंने उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दी। दूसरा पेज: जेल की रातें और समाज की नजरें दूसरे पेज में अभिषेक ने जेल के हालात और मानसिक यातना का जिक्र किया।उसने लिखा- पुलिस ने खाना खाने को कहा, लेकिन वह व्रत में था। 30 सितंबर को जेल भेज दिया गया। एक अधिकारी ने कहा-“तुम गलत नहीं हो, छूट जाओगे” लेकिन समाज ने उसे पहले ही दोषी मान लिया।अभिषेक ने लिखा- मेरी छोटी बहन को क्या मुंह दिखाऊं, लोग मुझे ब्लैकमेलर समझते हैं। तीसरा पेज: मेरी बहन का रिश्ता भी बर्बाद हो गया तीसरे पेज में अभिषेक ने लिखा- कि कैसे इस केस ने उसका पूरा भविष्य छीन लिया। अभिषेक ने साफ लिखा- मेरी मौत के जिम्मेदार अजीत प्रताप सिंह, सोनल सिंह और अमित सिंह हैं। उसने यह भी आरोप लगाया कि सोनल ने उससे पैसे, कपड़े और भावनात्मक शोषण किया। चौथा पेज: प्रेम, साजिश और ब्लैकमेलिंग चौथे पेज में अभिषेक ने अपने और सोनल के रिश्ते को लेकर लिखा- मै सोनल से आज भी प्यार करता हूं और मरते दम तक करता रहूंगा। लेकिन उसने इस रिश्ते को ब्लैकमेलिंग और झगड़े का रूप दे दिया। फोन रिकॉर्डिंग से साजिश रची। पांचवां पेज: बहन और माता-पिता के नाम आखिरी संदेश आखिरी पेज सबसे ज्यादा भावुक कर देने वाला है।अभिषेक ने अपनी छोटी बहन आस्था से माफी मांगते हुए लिखा- तुम्हारा फोन इस्तेमाल किया, मुझे नहीं पता था फंसा दिया जाएगा। हंसती-खेलती रहना, सरकारी टीचर बनना। इन लोगों से दूर रहना” माता-पिता के लिए लिखा-माफ करना मम्मी-पापा, अगले जन्म आपका बेटा बनूंगा… इस जन्म को साजिश में खत्म कर दिया गया। कमरे को बनाया सबूतों की दीवार आत्महत्या से पहले अभिषेक ने अपने कमरे को सबूतों से भर दिया। कमरे में व्हाट्सएप कॉल और चैट के स्क्रीनशॉट। पैसों के लेन-देन के प्रिंट आउट कमरे में बिखरे मिले। इन सबको दीवारों पर चिपकाने के बाद उसने मुंह में कपड़ा ठूंसकर पंखे से फांसी लगा ली।
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