गोंडा में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद अपने कार्यकर्ताओं पर भड़क गए। उनके व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए कहा– कुछ लोग पव्वा (दारू) पीकर 5 घंटे पावर में रहते हैं। घर जाकर पत्नी-बच्चों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। इससे आपके समाज पर ‘बिकाऊ’ और ‘पीयो’ का ठप्पा लग गया है। मैं चाहता हूं कि यह लेवल हटे, तभी आपके बच्चों का भविष्य बनेगा। समीक्षा बैठक के दौरान कई कार्यकर्ता उठकर बाहर जा रहे थे। इस पर मंत्री नाराज हो गए। उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा– यहां क्या करने आए हो? फोटो खिंचवाने? फिर जाकर दिखाओगे कि मंत्री के साथ फोटो खिंचवाई है। बाहर इतने लोग क्यों घूम रहे हैं? इनको टोपी क्यों बांट रहे हो? घुमक्कड़ों को टोपी देने का क्या मतलब है? वहीं जब मंत्री ने पूछा कि “सरकार के पैसे से पढ़कर क्या बड़े बन गए?” तो भीड़ ने जवाब दिया— “सड़ रहे हैं। उन्होंने कहा– जैसे कांशीराम ने कसम खाई थी कि वह अपने समाज को सुधारेंगे, वैसे ही मैंने भी कसम खाई है कि गोंडा को सुधारकर ही जाऊंगा। अब पढ़िए संजय निषाद के बड़े बयान… चाहता हूं कि नुकसान होने से पहले समझ आ जाए दरअसल, नवाबगंज स्थित मैरिज हॉल में पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ आगामी पंचायत व विधानसभा चुनावों को लेकर मंत्री संजय निषाद ने समीक्षा बैठक की। इस दौरान डॉ. संजय निषाद ने कहा– मैं प्रतिदिन 4 घंटे इसलिए समझाता हूं, क्योंकि लोगों को बात देर से समझ आती है। समझ एक ऐसी चीज है जो अक्सर तब आती है जब नुकसान हो चुका होता है। मैं चाहता हूं कि नुकसान होने से पहले समझ आ जाए, इसलिए मैं अपने कार्यकर्ताओं को बार-बार समझा रहा हूं। पहले सिर्फ पति था, अब प्रधान पति बन गया संजय निषाद ने कहा– हम लोगों ने आंदोलन किए, तभी महिलाओं को भी प्रधान बनने का अधिकार मिला। 33% आरक्षण महिलाओं को मिला। भले प्रधान का काम उनके पति देखें, लेकिन यह भी संविधान और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की देन है। पहले सिर्फ पति था, अब प्रधान पति बन गया। हर साल 50 लाख से एक करोड़ तक का बजट आता है। ऐसे में प्रधान लखपति हो जाता है। शिक्षा मुफ्त होनी चाहिए क्योंकि यह अधिकार है शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा– मैं दून कॉलेज से पढ़ा हूं। चाहता हूं कि दून जैसी शिक्षा प्राथमिक स्तर पर मिले। गांव का बच्चा भी उसी तरह पढ़े जैसे बड़े घरों के बच्चे पढ़ते हैं। शिक्षा मुफ्त होनी चाहिए क्योंकि यह अधिकार है। तुम लोग सिर्फ दूसरों की जेब में ही रहोगे कहा– हमारे अपने ही लोग हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं। हर गांव में ठेकेदार मौजूद है। अगर तुम लोग सिर्फ दूसरों की जेब में ही रहोगे तो जेब में या तो खैनी रहती है या पैसा। चमार, धोबी, पासी समाज का व्यक्ति सरकार के पैसे से पढ़ता है, तो हमारे लोग किसके पैसे से पढ़ते हैं? अपने बाप के पैसे से?” सा…अधिकारियों को बता दिया है उन्होंने कहा– यह देश अब संविधान से चलेगा। इसमें अधिनियम है, नियम नहीं। सा…(अपशब्द) अधिकारियों को बता दिया है कि साले देश नियम के अनुसार चलाना है। सभी को अधिकार दिए गए हैं। मताधिकार का अधिकार, इलाज का अधिकार आदि। वहीं बैठक से पहले कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने यातायात नियमों का उल्लंघन किया। उन्हें बिना हेलमेट के बाइक चलाते हुए देखा गया। ————————- ये खबर भी पढ़िए… प्रयागराज में रिश्वतखोर बाबू को पकड़ने पहुंचे अधिकारियों को पीटा:एंटी करप्शन टीम ने रंगे-हाथ पकड़ा, साथियों ने छुड़ाने के लिए हमला किया प्रयागराज में एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों पर हमला हुआ है। टीम ने मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) के एक बाबू को 8 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। अधिकारी आरोपी बाबू को अपने साथ ले जाने लगे। तभी बाबू ने हंगामा कर दिया और शोर मचाने लगा। शोर सुनकर आरोपी के कई साथी कर्मचारी भी वहां पहुंच गए। रिश्वतखोर बाबू को छुड़ाने के लिए हाथापाई करने लगे। पढ़िए पूरी खबर…
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