अलीगढ़ के घंटाघर क्षेत्र में पथराव की झूठी सूचना फैलाकर अफरा-तफरी मचाने के मामले में थाना बन्नादेवी पुलिस ने आजाद समाज पार्टी से जुड़े दो नेताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि पथराव किसी बाहरी या अज्ञात लोगों ने नहीं, बल्कि खुद पार्टी से जुड़े लोगों ने किया और फिर सोशल मीडिया पर इसे राजनीतिक हमले के तौर पर प्रचारित कर दिया। पथराव की सूचना पर पैदा हुए तनाव के हालात आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता मोनू और उसके साथियों ने 29 दिसंबर 2025 को ट्विटर (एक्स) के माध्यम से यह सूचना फैलाई कि पार्टी के सदस्य घंटाघर आ रहे थे। तभी चूहरपुर हनुमान धर्मशाला चौराहा नाले के पास अज्ञात लोगों ने उन पर पथराव कर दिया। सूचना फैलते ही इलाके में तनाव का माहौल बन गया और कुछ देर के लिए यातायात भी बाधित हो गया। पुलिस ने खंगाले CCTV फुटेज मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी नगर द्वितीय और थाना प्रभारी बन्नादेवी के नेतृत्व में कई पुलिस टीमें गठित की गईं। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की गहन जांच की। फुटेज पथराव की पूरी कहानी से पर्दा हटा दिया। दरअसल, खुद आजाद समाज पार्टी से जुड़े कुछ लोगों ने पथराव किया और आरोप अज्ञात लोगों पर मढ़ दिया। यातायात भी हुआ प्रभावित इस हरकत से इलाके में अफरा-तफरी फैली और आम लोगों में दहशत का माहौल बन गया। इस दौरान यातायात भी प्रभावित हो गया। इसके बाद थाना बन्नादेवी में मुकदमा दर्ज किया गया। जांच के बाद पुलिस ने दो आरोपियों विवेक कुमार पुत्र बलवीर सिंह निवासी सिद्धार्थ नगर, चूहरपुर और अरुण पुत्र नंदलाल निवासी चूहरपुर, थाना बन्नादेवी को गिरफ्तार कर लिया। अन्य लोगों की तलाशा जारी सीओ द्वितीय कमलेश कुमार का कहना है कि दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी बन्नादेवी क्षेत्र से की गई है। इस मामले में शामिल अन्य लोगों की तलाश भी की जा रही है। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने, झूठी अफवाह फैलाने और सामाजिक तनाव पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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