श्रावस्ती में पत्नी और बच्चों को बहला-फुसलाकर ले जाने तथा धर्म परिवर्तन कराने के गंभीर आरोपों की पुलिस जांच में सच्चाई सामने आई है। पुलिस के मुताबिक थाना इकौना पुलिस और क्षेत्राधिकारी भरत पासवान की जांच में पता चला कि महिला अपने पति की मारपीट से परेशान होकर स्वयं बच्चों के साथ इकौना में रहने आई है। धर्म परिवर्तन और भगाए जाने के आरोप निराधार पाए गए हैं। दरअसल, थाना ललिया क्षेत्र निवासी रामगुलाम ने इकौना पुलिस को आज तहरीर दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी और दो बच्चे (8 व 6 वर्ष) करीब एक महीने से इकौना में रह रहे हैं। रामगुलाम ने यह भी आरोप लगाया कि गैर समुदाय के कुछ लोग उनकी पत्नी से गलत व्यवहार करते हैं, उन्हें मिलने नहीं देते और मारने के लिए दौड़ा भी लेते हैं। साथ ही पत्नी को भगा ले जाने और धर्म परिवर्तन कराने का आरोप भी लगाया गया था। जांच के दौरान दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया और पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार, रामगुलाम की पत्नी ने स्पष्ट बताया कि वह पति की लगातार मारपीट से तंग आकर स्वयं ही इकौना आई है और एक कमरे में रह रही है। महिला ने यह भी कहा कि उसे कोई बहला-फुसलाकर नहीं लाया। क्षेत्राधिकारी इकौना भरत पासवान ने जानकारी दी कि धर्म परिवर्तन और भगा कर लाने जैसे आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि मामले की सूक्ष्म जांच जारी है और तथ्यात्मक आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। हालाकि मामले में पुलिस जांच में स्पष्ट होगा कि पति के द्वारा लगाया गये आरोपी में कितनी सत्यता है।
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