हाथरस में नौकरी के पहले ही दिन युवक की फैक्ट्री में जिंदा जलकर मौत हो गई। उसकी लाश चारा काटने वाली मशीन में 7 घंटे तक फंसी रही। मिल कर्मियों ने मशीन को बंद कराई। घटना की जानकारी जैसे मैनेजर को दी वो वहां से भाग निकला। मिल कर्मियों ने बताया कि युवक को बिना ट्रेनिंग दिए ही काम पर लगा दिया गया। मशीन को सही से ऑपरेट न करने की वजह से उसकी जान चली गई। युवक की मौत पर फैक्ट्री पहुंचे परिजन हंगामा करने लगे। घटना शुक्रवार रात 12 बजे सासनी के नगला गढू स्थित मटरुमल धरना मिल का है। 3 तस्वीरें देखिए… अब पूरी घटना विस्तार से… छौंड़ा गांव का रहने वाला पंकज शुक्रवार को शाम 7 बजे धरना मिल में पहुंचा। पंकज की नौकरी का यह पहला दिन था। मैनेजर ने उसे बिना ट्रेनिंग के ही काम पर रख लिया था। मशीन ऑपरेट कैसे की जाती है इसके बारे में भी उसे नहीं बताया गया। मिलकर्मियों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 12 बजे पंकज के चीखने की आवाज सुनाई पड़ी। हम लोग दौड़कर उसके पास पहुंचे। वहां देखा कि पंकज मशीन में फंसता चला जा रहा। इसकी जानकारी तुरंत दो गेटकीपरों को दी। मिल में मैनेजर भी मौजूद था। हम लोगों ने मशीन को बंद कराया। पंकज को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। कोई रास्ता नहीं दिखा तो मशीन को काटने का फैसला लिया गया। करीब 7 घंटे बाद मशीन काटी गई। तब तक पंकज के शव के टुकड़े हो चुके थे। शनिवार सुबह 7:30 बजे इसे बाहर निकाला गया। मां बोली- मेरे बेटे को मार डाला पंकज के मशीन में फंसकर मौत की खबर मिलते ही परिजन भागते हुए मिल पर पहुंचे। घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों और स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पंकज की मां सुरजा देवी ने कहा कि मेरे बेटे का मिल में पहला दिन था। उसे काम नहीं आता था। वह चार पैसे कमाने के लिए गांव के ही कुछ लोगों के साथ धरना मिल में काम करने चला गया था। मुझे नहीं पता था कि उसके साथ ऐसा हादसा हो जाएगा। मेरे बेटे की हत्या की गई है। पुलिस जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने लगी तो गुस्साए लोगों ने उन्हें रोक दिया और कार्रवाई की मांग करने लगे। डरकर भागा मिल का मैनेजर पंकज 4 भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी शादी अयोध्या की रहने वाली अनमोल देवी से 3 साल पहले हुई थी। दोनों की 8 महीने की एक बच्ची महक है। पंकज का परिवार हाथरस में रहता है। वह अपनी मां सुरजा देवी के साथ छौंड़ा गांव में रहता था। घटना के बाद मिल का मैनेजर भाग निकला। वहीं मिल मालिक भी मौके पर नहीं पहुंचे। जिससे वहां काम करने वालों ने हंगामा खड़ा कर दिया। 7 घंटे तक मशीन में जलता रहा बेटा पिता कांता प्रसाद ने बताया कि पंकज का मिल में नौकरी का पहला दिन था। वह अपने साथियों के साथ शुक्रवार शाम को चारा मिल पर गया था। उसे काम के बारे में जानकारी नहीं थी। उससे कहा गया था कि धीरे-धीरे उसको सारा काम समझ आ जाएगा। मैनेजर ने बिना ट्रेनिंग पंकज को सीधा काम पर लगा दिया। पंकज मशीन को सही से ऑपरेट नहीं कर पाया और उसमें फंसता हुआ चला गया। मिल में काम करने वाले लोगों ने फोन कर बताया कि पंकज के साथ हादसा हो गया। हम लोग वहां पर भागकर पहुंचे तो देखा कि पंकज मशीन में जल रहा है। 7 घंटे बाद मेरे बेटे की लाश को बाहर निकाला गया। हम चाहते हैं कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। मिल मालिक ने नहीं ली जिम्मेदारी मृतक पंकज के छौंड़ा गांव के ही रहने वाले बालकिशन भारद्वाज ने बताया कि पंकज के घर से चारा मिल की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। वह 7 घंटे तक मशीन में पड़ा रहा। वहां पर काम करने वालों ने ही उसके शव को मशीन काटकर बाहर निकाला। मिल के मैनेजर और मालिक ने घटना की कोई जिम्मेदारी नहीं ली। घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने गुस्साई भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन देर तक हंगामा जारी रहा। कर्मचारियों ने पंकज के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से मना कर दिया। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। —————————— बच्ची को मां के बगल से उठा ले गया भेड़िया:चिल्लाते हुए पीछे-पीछे दौड़ी, बहराइच में 8 घंटे से लाठी लेकर तलाश रहे लोग यूपी के बहराइच में भेड़िए खूंखार हो गए हैं। शनिवार तड़के मां के बगल में सो रहे एक साल की बच्ची को भेड़िया उठा ले गया। जबड़े में दबाते ही बच्चे की चीख निकल गई और मां जाग गई। उसने शोर मचाया तो भेड़िया भागने लगा। मां चिल्लाते हुए पीछे-पीछे दौड़ी, लेकिन भेड़िया गन्ने के खेत में घुस गया। पढ़ें पूरी खबर…
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