हाथरस में खल मिल ( चारा मशीन) में एक युवक की जिंदा जलकर मौत हो गई। युवक का शव 7 घंटे तक मशीन में फंसा रहा। मिल में काम कर रहे लोगों ने फौरन मशीन को बंद कराया और मैनेजर को घटना की जानकारी दी। लेकिन मैनेजर वहां से भाग निकला। युवक के शव को मशीन काटकर 7 घंटे बाद बाहर निकाला गया। साथ काम करने वाले लोगों ने बताया कि युवक का मिल में पहला दिन था और उसे बिना ट्रेनिंग दिए ही सीधा काम पर लगा दिया गया। मशीन को सही से ऑपरेट न करने की वजह से उसकी जान चली गई। घटना की जानकारी मिलते ही मिल पर परिजनों के साथ लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को संभालने की कोशिश की। गुस्साए लोगों ने शव को पोस्टमॉर्टम ले जाने के लिए मना कर दिया। मृतक की पहचान 23 साल के पंकज के रूप में हुई है। यह पूरा मामला शुक्रवार रात 12 बजे सासनी के नगला गढू स्थित मटरुमल धरना मिल का है। घटना की 3 तस्वीर देखिए… अब पूरा घटनाक्रम जानिए.. शुक्रवार शाम 7 बजे छौंड़ा गांव का पंकज अपने साथियों के साथ धरना मिल में पहुंचा। मिल में पंकज का पहला दिन था। उसे बिना ट्रेनिंग के ही मैनेजर ने काम पर रख लिया था। मशीन ऑपरेट कैसे की जाती है इसके बारे में भी उसे नहीं बताया गया। साथ काम करने वाले लोगों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 12 बजे पंकज के चीखने की आवाज सुनाई पड़ी। हम लोग दौड़कर उसके पास पहुंचे तो देखा कि पंकज मशीन में फंसता चला जा रहा है। हम सभी लोग घबरा गए और फौरन इसकी जानकारी दो गेटकीपरों को दी। उस वक्त मिल में मैनेजर भी मौजूद था। मशीन को बंद कर पंकज को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो मशीन को काटने का फैसला लिया गया। करीब 7 घंटे बाद मशीन को काटकर पंकज के शव के टुकड़े को शनिवार सुबह 7:30 बजे बाहर निकाला गया। घटना की जानकारी मिलते ही युवक के परिजन और गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई और हंगामा शुरु कर दिया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन गुस्साए लोगों ने शव को पोस्टमार्टम ले जाने के लिए मना कर दिया और कार्रवाई की मांग करने लगे। मां सीने पर हाथ रखकर बोली- मेरे बेटे को मार डाला पंकज के मशीन में फंसकर मौत की खबर मिलते ही परिजन भागते हुए मिल पर पहुंचे। घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों और स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरु कर दिया। पंकज की मां सुरजा देवी ने कहा कि मेरे बेटे का मिल में पहला दिन था। उसे काम नहीं आता था। वह चार पैसे कमाने के लिए गांव के ही कुछ लोगों के साथ धरना मिल में काम करने चला गया था। लेकिन मुझे नहीं पता था कि उसके साथ ऐसा हादसा हो जाएगा। मेरे बेटे की हत्या की गई है। पुलिस जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी तो गुस्साए लोगों ने उन्हें रोक दिया और कार्रवाई की मांग करने लगे। मिल का मैनेजर डरकर भागा पकंज 4 भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी शादी अयोध्या की अनमोल देवी से 3 साल पहले हुई थी। उसकी 8 महीने की एक बच्ची महक है। पंकज का परिवार हाथरस में रहता है। वह अपनी मां सूरजा देवी के साथ छौंड़ा गांव में रहता था। घटना की खबर पंकज के भाइयों और पत्नी को फोन पर दे दी गई है। घटना के बाद मिल का मैनेजर भाग गया था। और मिल मालिक घटना के बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे। जिससे वहां पर काम करने वालों ने हंगामा खड़ा कर दिया। मिल मालिक ने नहीं ली जिम्मेदारी मृतक पंकज के छौंड़ा गांव के ही रहने वाले बालकिशन भारद्वाज ने बताया कि पंकज के घर से चारा मिल की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। वह शुक्रवार शाम को धरना मिल में काम करने के लिए गया था। लेकिन खबर मिली की रात 12 बजे उसकी मशीन में फंसकर मौत हो गई। वह 7 घंटे तक मशीन में पड़ा रहा। वहां पर काम करने वालों ने ही उसके शव को मशीन काटकर बाहर निकाला। लेकिन घटना के समय मिल के मैनेजर और मालिक ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली। अधिकारी भी मामले को टालने की कोशिश में लगे रहे। पंकज के ताऊ के बेटे जोल बाबू ने बताया कि जब उन्हें घटना की जानकारी मिली तो वह फौरन मिल पर पहुंचे। वहां जाकर देखा कि पंकज मशीन में पड़ा हुआ था। हम लोगों ने कड़ी मशक्कत से उसके बॉडी को बाहर निकाला। हमने प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस भीड़ को समझाती रही घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने गुस्साए भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन देर तक हंगामा जारी रहा। परिजनों का कहना था कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद कंपनी मालिक मौके पर नहीं पहुंचे। कर्मचारियों ने पंकज के शव को पोस्टमॉर्टम ले जाने के लिए मना कर दिया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। …………………………………………… बच्ची को मां के बगल से उठा ले गया भेड़िया:चिल्लाते हुए पीछे-पीछे दौड़ी, बहराइच में 8 घंटे से लाठी लेकर तलाश रहे लोग यूपी के बहराइच में भेड़िए खूंखार हो गए हैं। शनिवार तड़के मां के बगल में सो रहे एक साल की बच्ची को भेड़िया उठा ले गया। जबड़े में दबाते ही बच्चे की चीख निकल गई और मां जाग गई। उसने शोर मचाया तो भेड़िया भागने लगा। मां चिल्लाते हुए पीछे-पीछे दौड़ी, लेकिन भेड़िया गन्ने के खेत में घुस गया। पढ़ें पूरी खबर…
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