नोएडा एसटीएफ और सूरजपुर थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों रुपए के होम लोन घोटाले में वांछित चल रहे आरोपी शुभम सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया है। शुभम सक्सेना पहले एचडीएफसी होम लोन में सेल्स एक्जीक्यूटिव रह चुका है और वर्तमान में दिल्ली में एसबीआई होम लोन में टीम मैनेजर के पद पर कार्यरत बताया गया है। एसटीएफ नोएडा के एएसपी राजकुमार मिश्र ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, शुभम सक्सेना ने यह जानते हुए भी कि दस्तावेज फर्जी हैं, रत्ना वासुदेवा की संपत्ति का सत्यापन कर दिया था। इसी सत्यापन के आधार पर 4.8 करोड़ रुपए का होम लोन मंज़ूर कराया गया। यह पूरा खेल बिल्डर और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से संचालित हो रहा था। इस मामले में सदरपुर कॉलोनी सेक्टर-45 नोएडा के मनीष यादव, भिकनपुर पानीयाली सहारनपुर के अमन शर्मा, दयालबाग कॉलोनी सूरजकुंड फरीदाबाद के राकेश प्रताप सिंह, राज ईस्ट चंपारण (बिहार) के सनाउल्ला अंसारी और शाहदरा दिल्ली की शाहिदा अहमद सहित कई अन्य आरोपी वांछित हैं। पुलिस इनकी तलाश में जुटी है। जांच में सामने आया कि सनाउल्ला अंसारी कुवैत में नौकरी करता था। गिरोह के सदस्यों शमशाद और मोहम्मद वसी ने उसे धन का लालच देकर नोएडा बुलाया था। इसके बाद उसके नाम पर नोएडा के कई बैंकों में खाते खोले गए, जिनमें गिरोह के सदस्यों के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी इस्तेमाल किए गए थे। रामकुमार, नितिन जैन, अनिल शर्मा, राकेश प्रताप, मनीष यादव, इंद्रकुमार कर्माकर और अशोक उर्फ रिंकी ने विवेक विहार स्थित रत्ना वासुदेवा के मकान के फर्जी कागजात तैयार किए थे। इन्हें यह जानकारी थी कि रत्ना वासुदेवा की मृत्यु हो चुकी है और उनके पुत्र विदेश में रहते हैं। इस संपत्ति में अरुण कुमार जैन नाम का व्यक्ति किराए पर रहता था। इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एचडीएफसी बैंक से 4.8 करोड़ रुपये का लोन पास कराया गया। कुछ दिन पहले भी एसटीएफ नोएडा यूनिट ने फर्जी प्रोफाइल बनाकर होम लोन के नाम पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह के सरगना गाजियाबाद के रामकुमार और अनुज यादव, दिल्ली के नितिन जैन और अशोक उर्फ दीपक जैन, सरायकेला झारखंड के मोहम्मद वसी, चंपारण सरन बिहार के शमशाद आलम, गुरुग्राम के इंद्रकुमार कर्माकर और संभल के ताहिर हुसैन शामिल थे। इनके कब्जे से बैंक चेकबुक-पासबुक, एटीएम कार्ड, आधार-पैन-वोटर आईडी, मोबाइल, लैपटॉप, लग्जरी गाड़ियां और फर्जी रजिस्ट्री व एग्रीमेंट दस्तावेज बरामद किए गए थे।
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