हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना से गुजर रही उत्तर प्रदेश की ओखला डिस्ट्रीब्यूटरी पर लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ। डिस्ट्रीब्यूटरी का अब अस्तित्व खत्म हो गया है। भू माफियाओं द्वारा डिस्ट्रीब्यूटरी की जमीन पर मकान व दुकान बनाकर कब्जा किया हुआ है। जिससे वहां मौजूद लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद भी जमीन पर लगातार कब्जा हो रहा है। ऐसे मे भविष्य में कभी तेज बरसात व बाढ़ जैसे हालात हुए यहां पानी की निकासी का कोई विकल्प नहीं है। यूपी के नहरी विभाग के अंतर्गत नहर यह डिस्ट्रीब्यूटरी पुन्हाना के फरदड़ी, बिसरू, पैमा खेड़ा होते हुए पुन्हाना शहर के अंदर गुड़ मंडी से होकर निकल रही है। पैमा खेड़ा से शहर के अंदर आ रही नहर उत्तर प्रदेश के नहरी विभाग के अंतर्गत आती है, अतिक्रमण के कारण ये नहर भी छोटे नाले में तब्दील हो गई। उत्तर प्रदेश राज्य की नहरी जमीन होने के कारण यहां के दबंग लोगों ने पूरी तरह कब्जा कर लिया है। नहरी जमीन पर अतिक्रमण धारियों के मकान और दुकान के साथ टीन शेड लगाने की एवज में यूपी सरकार के पलवल जिले में बैठे कर्मचारी अधिकारी अपना प्रतिमाह के हिसाब से खर्च वसूल कर ले जाते है। चार दशक पहले यह नहर वजूद में थी तीन से चार दशक पहले यह नहर पूरी तरह अपनी वजूद में थी, लेकिन समय के साथ–साथ भू माफियाओं द्वारा नहर पर कब्जा कर यहां मकान बनाने लगे। धीरे-धीरे इस नहर का अस्तित्व ही खत्म हो गया। वर्तमान में नहर की जगह एक छोटी नाली ने ले ली है। अभी भी लगातार अवैध निर्माण किया जा रहा है, लेकिन विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए। उत्तर प्रदेश की सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ही अवैध निर्माण हो रहा है। कब्जा होने से लोगों के घरों में जाएगा पानी इस समस्या को लेकर शहर के रहने वाले युवक नफीस ने सीएम विंडो सहित उत्तर प्रदेश के नहर विभाग के अधिकारियों को लिखित शिकायत देकर कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में बताया कि उनके मकान यूपी नहर के साथ बने हुए है। उसी के पास कृष्ण कुमार और किशन कुमार पुत्र ओमप्रकाश की प्लॉट भी है, जो अब नहर की जमीन पर निर्माण कार्य करने लगे है। अगर उक्त लोग नहर की जमीन पर दीवार खड़ा करते है तो उनके घरों का पानी पूरी तरह से बंद हो जाएगा। वहीं बरसात के दिनों में उनकी कॉलोनी में बाढ़ जैसे हालात बन जाएंगे। कब्जाधारियों से मिलीभगत का आरोप नफीस ने कहा कि उनकी कॉलोनी में 30 से 35 मकान बने हुए है। घर का गंदा पानी यूपी नहर से निकलते हुए सीधा जोहड़ में जाता है। लेकिन अब उनका पानी पूरी तरह से बंद हो जाएगा। नफीस ने बताया कि शिकायत के आधार पुन्हाना नगर पालिका प्रशासन और यूपी सरकार के पलवल जिले में बैठे कर्मचारी अधिकारी दो दिन पहले मौके पर पहुंचे थे, जिन्होंने कार्य को रुकवा दिया। उनके जाने के बाद उक्त लोगों ने फिर से कार्य शुरू कर दिया। नफीस का आरोप है कि यूपी के अधिकारी कब्जाधारियों से मोटा पैसा लेकर नहर पर अवैध निर्माण कार्य करवा रहे है। इनकी मिलीभगत से ही पूरी नहर पर अवैध कब्जा हो गया। अधिकारी बोले- पुलिस की मदद नहीं मिल रही उत्तर प्रदेश कैनाल मजिस्ट्रेट रीडर विनोद कुमार ने कहा कि पुन्हाना में उत्तर प्रदेश की नहर बरसाती पानी और सिंचाई के लिए बनाई गई थी। नहर की चौड़ाई 50 फीट से अधिक है, लेकिन अब नहर पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की बात सामने आ रही है। नफीस की शिकायत पर वह मौके पर पहुंचकर नहर पर हो रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया। विनोद कुमार ने कहा कि उन्हें पुलिस प्रशासन की मदद नहीं मिल रही है, जिससे वह कब्जा को हटवा सके। जल्द ही ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
https://ift.tt/RbINm7F
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply