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नीले ड्रम में बेटे को मारा…बेटी का क्या ख्याल रखेगी:मेरठ में सौरभ के भाई बोले- मुस्कान ने गेम खेला, बच्ची को मार सकती है

नीले ड्रम में पति को मारकर सीमेंट से जमा देने वाली मुस्कान 30 घंटे अस्पताल के लेबर रूम में रही। सुरक्षा कारणों से उसको स्पेशल प्राइवेट वार्ड में रखा गया। अस्पताल सोर्स के मुताबिक, मुस्कान बेटी को गोद में लेकर खिलाती रही। हालांकि, उसकी निगाहें किसी अपने को ढूंढ रही थीं, लेकिन कोई उससे मिलने नहीं पहुंचा। मुस्कान ने बेटी को राधा नाम दिया है। ये बच्ची सौरभ के जन्मदिन पर ही पैदा हुई। सौरभ का मर्डर नहीं होता, तो वह आज 31 साल का होता। इन सबके बीच सरकारी अस्पताल से 6 Km दूर ब्रह्मपुरी में सौरभ के घर पर सन्नाटा दिखा। कोई रिश्तेदार घर नहीं पहुंचा था। न ही आसपास के लोगों का ही कोई जमावड़ा था। घर के अंदर हमारी मुलाकात सौरभ के बड़े भाई राहुल उर्फ बबलू और उनकी मां रेनू से हुई। मुस्कान की पहली बेटी पीहू अपने नाना-नानी के घर पर है। राहुल राजपूत ने मुस्कान की बेटी पैदा होने पर कहा- ये मुस्कान का माइंड गेम है। डॉक्टर ने डिलीवरी की डेट 28 नवंबर दी थी। उसने जानबूझकर 24 नवंबर को अपनी डिलीवरी कराई। जिससे अगर बेटा हो जाए, तो लोगों को लगे कि सौरभ वापस आ गया है। पब्लिक की सहानुभूति मिलेगी। भगवान नहीं चाहता कि मुस्कान सफल हो। मुस्कान इस बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। अस्पताल के 10 डॉक्टर्स की टीम ने मुस्कान की डिलीवरी कराई थी। वही तय करेंगे कि मुस्कान को मेरठ जिला जेल में 26 नवंबर को शिफ्ट किया जाएगा या नहीं। मुस्कान की बेटी राधा को लेकर सौरभ का परिवार क्या सोचता है? इस रिपोर्ट में पढ़िए… पहले सौरभ के भाई की बात सवाल- सौरभ के जन्मदिन के दिन बेटी हुई है, कैसा लग रहा?
राहुल- बेटा हो या बेटी…हमें कोई मतलब नहीं। हम तो ये चाहते थे कि सौरभ का बेबी है, तो वो हमें दिया जाए। इसीलिए बच्चे की DNA जांच कराना जरूरी हो जाता है। अगर बच्चा सौरभ का है, तो हम उसे अपनाएंगे। सवाल- अगर बेटा होता तो क्या आपकी राय कुछ अलग होती?
राहुल- अगर बेटा होता तो मुस्कान कहती कि सौरभ ही वापस आ गया और वो हम ले लेते। सौरभ के बर्थडे के दिन ही उसने बच्चा कराया। अगर बच्चा सौरभ का है, तो हम नहीं चाहते वो उसके पास जरा भी रहे। सवाल- DNA प्रोसेस में टाइम लगता है। लगता है, बच्चा जेल में सुरक्षित रहेगा?
राहुल- ये सब माइंड गेम चल रहा है। मुस्कान बहुत तेज दिमाग की है। वो किसी भी तरह से उस बच्ची को मार सकती है। उसे कोई भी एक्सीडेंट बता देगी। कोई समझ नहीं पाएगा कि ये बच्चा कैसे मरा? मुस्कान उसकी हत्या कर देगी। हम तो शुरू से ही इस बच्चे के डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे हैं। सवाल- पीहू तो अपने नाना-नानी के घर में ही है?
राहुल- देखिए, हमने तो ये भी मांग की है कि पीहू को हमें सौंप दिया जाए। लेकिन, उसके नाना, नानी हमें पीहू को दे ही नहीं रहे। उसकी जिंदगी को बर्बाद कर रहे। हमें तो ये भी नहीं पता कि पीहू कैसी है? लंबे समय से हमने उसे देखा ही नहीं। मुस्कान के माता-पिता पीहू को न तो स्कूल भेज पा रहे, न उसकी देखभाल कर पा रहे। मेरा भाई सौरभ तो पीहू को लंदन में भेजकर पढ़ाना चाहता था। लेकिन, मुस्कान के माता-पिता तो उसे सरकारी स्कूल में भी नहीं पढ़ा पा रहे। उसे खिला भी पा रहे, हमें तो ये भी सही नहीं लगता। अब सौरभ की मां की बात… बच्ची सौरभ की नहीं हुई, तो उसका मुंह भी नहीं देखेंगे
सौरभ की मां रेनू राजपूत कहती हैं- ये बच्ची हमारे बेटे सौरभ की तो हो ही नहीं सकती। फिर भी हमारी एडमिनिस्ट्रेशन से मांग है कि इस बच्ची का DNA टेस्ट कराया जाए। अगर वो सौरभ की निकली, तो हम उसे रखेंगे। अगर ऐसा नहीं है, तो उसका मुंह भी नहीं देखेंगे। 28 नवंबर की जगह 4 दिन पहले डिलीवरी कराना मुस्कान की बड़ी साजिश है, मगर उसको बेटी हो गई। अब वो हम लोगों पर दबाव नहीं बना पाएगी। अब वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा की बात… सवाल- मुस्कान के बेटी पैदा होने के बाद पहला रिएक्शन क्या था?
जेल अधीक्षक- मुस्कान हमारी जेल में 19 मार्च, 2025 को लाई गई थी। वो प्रेग्नेंट थी। 24 नवंबर की देर शाम मेरठ मेडिकल अस्पताल में उसने बेटी को जन्म दिया। मुस्कान को चिंता थी कि उसकी बेटी कहां रहेगी? कौन उस बच्ची को रखेगा? लेकिन मुस्कान को ये बता दिया गया है कि 6 साल तक ये बच्ची जेल में मां के पास रह सकती है। सवाल- बेटी हुई, तो क्या उससे कोई मिलने आया?
जेल अधीक्षक- मुस्कान के परिजन न तो मेडिकल अस्पताल में आए, न ही उनकी तरफ से आज तक जेल में हमसे कोई संपर्क किया गया। इसलिए बच्ची की दवाएं, कपड़े और जो भी जरूरी सामान है, उसकी व्यवस्था जेल प्रशासन की ओर से ही की जा रही। सवाल- क्या जेल में रहने वाले बच्चों को सारी सुविधाएं मिलती हैं?
जेल अधीक्षक- यूपी जेल मैनुअल में प्रावधान है कि जेल में 6 साल तक के बच्चे अपनी मां, दादी के साथ रह सकते हैं। जेल में बच्चों के खेलने के लिए क्रेच है। स्वास्थ्य विभाग से फ्री टीकाकरण कराया जाता है। बच्चे को पूरा इलाज और दवाएं मिलती हैं। आंगनबाड़ी में उसका रजिस्ट्रेशन होता है। उसे शिक्षामित्र और टीचर के जरिए यहीं पढ़ाया जाता है। सवाल- क्या साहिल ने मुस्कान के हाल जानने का प्रयास किया?
जेल अधीक्षक- जी हां, वो जानना चाहता था। बैरक के वॉर्डन से उसने पहले से बोला हुआ था। हॉस्पिटल से सूचना आने के बाद उसको बैरक में बता दिया गया था। जेल के अंदर उसका व्यवहार सामान्य ही रहता है। मुस्कान ने रोटी, दलिया और दाल का पानी पीया
मुस्कान के मेडिकल बुलेटिन के लिए हमने मेरठ अस्पताल से बात की। उन्होंने बताया कि मुस्कान ने एक रोटी, एक कटोरी दलिया और एक कटोरी दाल का पानी पीया है। बच्ची की पहला वेक्सीनेशन हो चुका है। 26 नवंबर को मुस्कान को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। बता दें कि 26 नवंबर को ही सौरभ मर्डर केस में जिला जज के यहां 14वें गवाह की गवाही होनी है। ये गवाही केस के विवेचक (IO) की होगी। अब डिटेल में जानिए मुस्कान की बेटी के भविष्य को लेकर मेरठ के ज्योतिषाचार्य राहुल अग्रवाल क्या कहते हैं… ग्रह कहते हैं- बेटी मुस्कान के लिए भाग्यशाली
मेरठ के ज्योतिषी राहुल अग्रवाल ने मुस्कान की बेटी की कुंडली बनाई है। वह कहते हैं कि भगवान कृष्ण मेरे आराध्य हैं। बच्ची की कुंडली मां मुस्कान के लिए बहुत सूटेबल है। क्योंकि बच्ची की राशि का जो चंद्रमा है, वो मां के लिए बहुत शुभ है। आप देखिए शुरू से यह बच्ची मां को सहूलियत दे रही है। स्त्रीकारक ग्रहों का प्रभाव और चंद्रमा की अच्छी स्थिति का फायदा मिल रहा। मुस्कान की डिलिवरी बहुत आसानी से नॉर्मल हुई, जो अमूमन पॉसिबल नहीं होता। बच्ची का वजन और सेहत बहुत अच्छी है। जबकि मुस्कान पूरी गर्भावस्था के समय जेल में रही है। मां को प्रसव में उतना कष्ट नहीं हुआ। बच्ची का नाम धनु राशि में निकला है। धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र चतुर्थ चरण में हुआ है। इस बच्ची का नाम अक्षर नक्षत्र के हिसाब से ढा निकलेगा। मुस्कान ने जो राधा नाम रखा है, वो सबसे अच्छा नाम है। बच्ची पर बहुत सूटेबल रहेगा। बच्ची का बुध, शुक्र पंचम भाग में स्थित है। राधा नाम का स्वामी शुक्र है, जो तुला राशि में आता है। इसलिए ये बेहद उपयुक्त नाम है। अब जानिए सौरभ-मुस्कान की लव स्टोरी, सौरभ की हत्या, लाश को कैसे नीले ड्रम में जमाया और पुलिस कैसे आरोपियों तक पहुंची 2016 : सौरभ पहली बार मुस्कान से मिला, परिवार से बगावत की
सौरभ राजपूत की जॉब मर्चेंट नेवी में थी। पोस्टिंग लंदन में थी। वह भारत आते-जाते रहते थे। ज्यादातर शिप पर विदेशों में ही रहते थे। 2016 में सौरभ मेरठ आए थे। यहीं पर पहली बार मुस्कान रस्तोगी से मुलाकात हुई। मुस्कान सौरभ के प्रोफाइल पर फिदा हो गई। दोनों घर वालों से छिपकर मिलने लगे। जब बात शादी तक पहुंची, तब परिवार का विरोध सामने आया। सौरभ के पिता मुन्नालाल, भाई राहुल और मां रेनू तैयार नहीं थे। मगर परिवार के खिलाफ जाकर सौरभ कुमार ने मुस्कान से लव मैरिज कर ली। इसी बात को लेकर परिजनों से विवाद चल रहा था। परिवार ने उन्हें प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था। सौरभ मुस्कान के साथ इंद्रानगर में ओमपाल के मकान में किराए पर रहने लगे थे। जहां पत्नी मुस्कान रस्तोगी और 8 साल की बेटी पीहू के साथ रह रहे थे। पीहू सेकेंड क्लास की स्टूडेंट है। कोरोना काल में पीहू की पढ़ाई नहीं होने से वह 2 क्लास पीछे है। 2019 : साहिल से प्यार हुआ, शादी करने की प्लानिंग की
मुस्कान की कहानी के मुताबिक, इस लव स्टोरी में ट्विस्ट 2019 में आया। तब पीहू प्ले स्कूल में थी। मुस्कान बेटी को छोड़ने स्कूल जाती थी, क्योंकि सौरभ ज्यादातर बाहर रहते थे। स्कूल के बाहर ही पहली बार साहिल शुक्ला से मुस्कान की मुलाकात हुई। मुस्कान घर पर अकेली रहती थी। इसका फायदा साहिल ने उठाया। दोनों घर से बाहर मिलने लगे। दोनों के शारीरिक संबंध भी बने। मुस्कान के मुताबिक, 2022 तक सब कुछ सही चल रहा था। सौरभ सालभर में 2 से 3 महीने ही मेरठ में रहता था। बाकी वक्त मुस्कान साहिल के साथ गुजारती थी। मगर अब साहिल दबाव बनाने लगा कि शादी करेंगे और साथ रहेंगे। सौरभ को तलाक दे दो। सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने चाकू घोपा
25 फरवरी, 2025 को मुस्कान का जन्मदिन था। ठीक एक दिन पहले 24 फरवरी को सौरभ जन्मदिन मनाने मेरठ आया था। सौरभ के वापस आने के बाद साहिल परेशान रहने लगा। तय हुआ कि 4 मार्च को सौरभ को रास्ते से हटाना है। मुस्कान ने पहले पीहू को बेडरूम के बगल वाले कमरे में सुला दिया। उस रात डिनर में नशे की दवा मिला दी। सौरभ खाने के बाद जल्दी सो गया। इसके बाद मुस्कान ने साहिल को फोन किया। साहिल के आने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। सौरभ की मौत होने के बाद उसकी लाश को घसीटकर बाथरूम में ले गए। मुस्कान और साहिल ने मिलकर लाश के 4 टुकड़े किए। उन्हें छिपाने के लिए बाजार से पानी भरने वाला एक बड़ा प्लास्टिक का ड्रम लाए। लाश के टुकड़े इसी ड्रम में भर दिए गए। लाश के साथ रातभर दोनों लॉबी में रहे
मुस्कान और साहिल को पता था कि सड़ने के बाद लाश से बदबू आएगी। इसलिए लाश के ऊपर पानी डाला और सीमेंट भर दी। इसके बाद दोनों साथ में रातभर उसी लॉबी में रहे। 5 मार्च की सुबह मुस्कान ने पीहू को उठाया। पीहू को अपनी मां कविता के घर ले जाकर छोड़ दिया। फिर वापस आई और साहिल के साथ शिमला-मनाली घूमने चली गई। मुस्कान अपने साथ सौरभ का मोबाइल लेकर गई थी। वहीं से सौरभ का वॉट्सऐप चलाती रही। साहिल ने पुलिस को बताया कि शिमला के एक मंदिर में हम दोनों ने शादी की। मगर होटल, खाने-पीने और घूमने में हमारे पैसे खत्म हो रहे थे। सौरभ के बैंक अकाउंट में 6 लाख रुपए थे। मुस्कान उन रुपयों को निकाल नहीं पा रही थी। मां कविता के कहने पर 17 मार्च को मुस्कान साहिल के साथ मेरठ वापस लौट आई। इसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया। मुस्कान गर्भवती, कोर्ट में सुनवाई चल रही
इस वक्त मुस्कान और साहिल मेरठ की जिला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मुस्कान गर्भवती है। उसको जेल के अस्पताल में रखा गया है। जबकि साहिल जेल में बागवानी के काम कर रहा है। इस केस में ड्राइवर, सीमेंट, चाकू और मेडिकल स्टोरी के संचालक के बयान हो चुके हैं।
—————————— ये खबर भी पढ़ें – मुस्कान ने बेटी को जन्म दिया, राधा नाम रखा; मेरठ में ससुराल वाले बोले- बच्चे का DNA टेस्ट कराएंगे नीले ड्रम में पति की लाश सीमेंट से दफन करने वाली मुस्कान रस्तोगी ने बेटी को जन्म दिया है। डॉक्टरों ने 24 नवंबर की शाम 6.50 बजे नॉर्मल डिलीवरी कराई। खास बात यह है कि मुस्कान जिस पति सौरभ की हत्या में जेल में बंद है, उसका जन्म भी 24 नवंबर को ही हुआ था। यह मुस्कान की दूसरी बेटी है। बड़ी बेटी पीहू अपने नाना-नानी के साथ रहती है। पढ़िए पूरी खबर…


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