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निक्की हत्याकांड: चार्जशीट में बहन के बयान पर सवाल:CCTV फुटेज-घटना टाइमिंग में अंतर, बेटा बोला-दादी, दादा और ताऊ कहां थे, मुझे नहीं पता

नोएडा की निक्की हत्याकांड में पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। इसमें तीन लोगों को मुख्य गवाह बनाया गया है। पुलिस ने निक्की की बहन कंचन, पति विपिन भाटी और निक्की के बेटे के बयानों के आधार पर यह चार्जशीट तैयार की है। लेकिन एक महत्वपूर्ण बात सामने आई है। जिसमें चार्जशीट में दर्ज बयान और घटना के समय दिए गए बयानों में अंतर पाया गया है। इससे कई नए सवाल भी खड़े कर दिए हैं। आइए सिलसिलेवार से समझते हैं पूरा मामला… पहला- कंचन के पहले बयान में घटना का समय 17:45 बजे बताया गया है, जबकि जलने का वीडियो 17:30 बजे का है।
घटना वाले दिन यानी 21 अगस्त 2025 को निक्की की बहन कंचन ने अपने प्रारंभिक बयान में बताया था-मैं निक्की के कमरे के ठीक नीचे अपने कमरे में थी। समय करीब 17 बजकर 45 मिनट था। उस समय कमरे में निक्की और उसका पति विपिन मौजूद थे। दोनों के बीच आपसी झगड़ा हो रहा था, जिसकी आवाजें मुझे नीचे तक सुनाई दे रही थीं। इसी दौरान उनकी सांस दया देवी निक्की के कमरे में गईं और जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। दया देवी ने विपिन से कहा कि यह दिन-रात मोबाइल फोन पर लगी रहती है। इसने परिवार में कलह करके जीना मुश्किल कर दिया है। जो थिनर की बोतल हमने तुमसे मंगवाई थी, आग लगाकर इसका काम तमाम कर दो। अपनी बहन की चीख-पुकार सुनकर हिम्मत करके मैं कमरे से बाहर निकली। मैंने देखा कि निक्की ‘बचाओ-बचाओ’ चिल्लाते हुए सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी। वह आग की लपटों में घिरी हुई थी। उसी समय मैंने घबराहट में अपना मोबाइल निकाला और एक छोटा-सा वीडियो बना लिया, जिसमें वह जलती हुई दिख रही है। मैं तुरंत अपने किचन में भागी और कटोरी में पानी भरकर उस पर डालने लगी। मैंने फोन पर परिजनों को घटना की जानकारी दी। इस दौरान मेरे पति रोहित, मेरा देवर, सास दया और ससुर सत्यवीर एक-एक करके घर से कहीं चले गए। मेरी सास दया ने निक्की को आग लगाई। उस टाइम रोहित और वहीं पर मेरे ससुर सत्यवीर भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। क्या 15 मिनट पहले हुई घटना?
वहीं, पुलिस की चार्जशीट में दावा किया गया है कि जब कंचन ने निक्की का जलते हुए वीडियो बनाया, उसका टाइम शाम 17 बजकर 30 मिनट दर्ज है। यानी कंचन के शुरुआती बयान में बताए समय (17:45) से यह घटना करीब 2 से तीन मिनट पहले की बताई गई है। इस अंतर ने घटना की पूरी टाइमलाइन पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। निक्की का घर सिरसा-कासना मेन रोड पर है। घटना के समय रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। इसमें पाया गया कि घटना के दौरान निक्की की सास दया देवी घर पर मौजूद नहीं थीं। वह दूध लेने बाहर गई थीं। निक्की का ससुर भी अपनी परचून की दुकान पर मौजूद था। वहीं जेठ रोहित की मोबाइल लोकेशन सियोरा टोल प्लाजा के पास मिली, जहां वह नौकरी करता है। पुलिस ने 17:00 से 17:59 बजे तक की रिकॉर्डिंग देखी। सीसीटीवी फुटेज की समयवार जानकारी इस प्रकार है-
17:30 बजे दया देवी डेरी से दूध लेने जाती सड़क पर दिखाई देती हैं। 17:32 बजे वह वापस लौटती दिखाई देती हैं। 17:39 से 17:45 बजे तक विपिन, दया और तीनों बच्चे सतवीर की दुकान पर मौजूद दिखते हैं। 17:45 बजे विपिन और दया दुकान के अंदर भागते हुए दिखाई देते हैं। 17:52 बजे निक्की को कार में ले जाते हुए देखा गया। जांच में सिर्फ पति विपिन की मौजूदगी साबित
लेकिन जांच में पता चला कि परिवार के कई लोग मिलकर निक्की और उसकी बहन कंचन को मानसिक तौर पर परेशान करते थे। चार्जशीट में लिखा है कि कंचन ने अपनी तहरीर में कहा था कि उसकी आंखों के सामने विपिन और बाकी लोगों ने निक्की को आग लगाई। लेकिन पुलिस की जांच में यह बात साबित नहीं हुई। पुलिस के मुताबिक घटना के समय घर में सिर्फ विपिन ही मौजूद था और उसी ने निक्की को आग लगाई। कंचन ने जो जला हुआ वीडियो दिया है, उसमें निक्की तो नीचे आती दिख रही है, लेकिन उसकी सास, ससुर और जेठ रोहित कहीं नजर नहीं आते। दूसरा- बेटे एविश के बयान और पुलिस की पूछताछ में बड़ा फर्क
घटना के तुरंत बाद निक्की के बेटे एविश ने बताया था-मैं अपने कमरे में होमवर्क कर रहा था। तभी मम्मी-पापा में झगड़ा होने लगा। पापा ने पहले मम्मी को मारा, फिर एक बोतल लाकर मम्मी पर डाली और लाइटर से आग लगा दी। मम्मी जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। पापा गालियां देते हुए बगल वाली छत से कूदकर भाग गए। मौसी कंचन बीमार थी, वो नीचे के कमरे में थी। उस समय घर में और कोई नहीं था। लेकिन जब पुलिस ने एविश से पूछताछ की, तो उसका बयान पहले दिए गए बयान से बिल्कुल अलग मिला। पुलिस का सवाल: घटना के समय आपके दादा-दादी और ताऊ रोहित कहां थे?
एविश का जवाब: उस समय दादी, दादा और ताऊ वहां नहीं थे। मुझे नहीं पता वे कहां थे। निक्की के मोबाइल में 504 वीडियो मिले
घटना के बाद निक्की का मोबाइल फोन गायब था। बाद में यह फोन निक्की के ही परिजन से बरामद हुआ। पुलिस ने मोबाइल का पूरा डिजिटल अवलोकन किया। फोन से तीन इंस्टाग्राम आईडी (nikkuvipugujjar6688, bhati6668 और makeoverbykanchan) चलती मिलीं। पहली आईडी से 320 पोस्ट और 1,079 फॉलोअर्स, दूसरी से 141 पोस्ट और 2,825 फॉलोअर्स मिले। तीसरी आईडी पर केवल एक पोस्ट और 5 फॉलोअर्स थे। फोन में कोई भी एप्पल आईडी या अकाउंट लॉगिन नहीं पाया गया। मोबाइल में कुल 1,010 फोटो और 504 वीडियो मिले। 3 तस्वीरें देखिए बड़ी बहन बोली- बचाने गई तो मुझे भी पीटा
निक्की की बड़ी बहन कंचन ने कहा- गुरुवार (21 अगस्त) को निक्की के पति विपिन ने उसके साथ मारपीट की। जब मैं उसे बचाने गई तो मेरे साथ भी मारपीट हुई। विपिन ने मेरे गले पर तीन-चार मुक्के मारे। इसके बाद मैं बेहोश हो गई तो बहन पर कुछ डालकर आग लगा दी। बहन की चीख सुनकर पड़ोसी पहुंचे। उन्होंने कंबल डालकर आग बुझाई और निक्की को फोर्टिस अस्पताल लेकर गए। वहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे दिल्ली अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान निक्की की मौत हो गई। वहीं, निक्की के छोटे बेटे ने कहा- मम्मा के ऊपर पापा ने कुछ छिड़का था। उसके बाद उन्हें चांटा मारा। फिर लाइटर से आग लगा दी। ‘जस्टिस फॉर निक्की बहन’ बोलते हुए लोगों ने दिया धरना
निक्की को जिंदा जलाने के बाद लोगों में गुस्सा है। शनिवार को निक्की को इंसाफ दिलाने के लिए कासना में पंचायत हुई। लोगों ने धरना भी दिया। उनके हाथ में पोस्टर थे। जिस पर लिखा था- हमारी बहन को इंसाफ दिलाओ, जो आज हमारी बहन के साथ है। कल किसी और के साथ भी हो सकता है। जस्टिस फॉर निक्की बहन।’ निक्की की मौत से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :
निक्की REEL बनाती थी, इसलिए पति ने जिंदा जलाया:CCTV से बचने के लिए छत से कूदकर भागा; नोएडा पुलिस का चार्जशीट में दावा नोएडा की निक्की हत्याकांड में 500 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई। इसमें कहा गया है कि निक्की को उसके पति विपिन भाटी ने थिनर डालकर जिंदा जलाया था। फिर CCTV से बचने के लिए वह छत से कूदकर भाग गया था। पढ़िए पूरी खबर…


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