प्रयागराज में आरओ/एआरओ समेत कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं में धांधली कर फर्जी चयन और नियुक्ति कराने वाले संगठित गिरोह के एक सक्रिय सदस्य को शिवकुटी पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी गैंग्स्टर एक्ट में वांछित था और उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने आरोपी को लखनऊ से गिरफ्तार कर प्रयागराज लाकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। कोविड काल में चल रहा था परीक्षा घोटाले का नेटवर्क पुलिस के अनुसार, 21 जनवरी 2022 को शिवकुटी पुलिस को सूचना मिली थी कि कोविड-19 के दौरान एक संगठित आपराधिक गिरोह सक्रिय है, जो अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर आरओ/एआरओ सहित अन्य सरकारी पदों की परीक्षाओं में धांधली कर फर्जी चयन और नियुक्ति करवा रहा है। इस गिरोह का संचालन मो. शमीम सिद्दीकी निवासी अरईस, थाना सोरांव द्वारा किया जा रहा था। एसटीएफ की कार्रवाई में गिरोह का हुआ था खुलासा इस मामले में 23 अप्रैल 2019 को एसटीएफ प्रयागराज यूनिट ने गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ थाना शिवकुटी में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा विवेचना पूरी कर सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है। गैंग चार्ट स्वीकृत होने के बाद लगा गैंग्स्टर एक्ट गिरोह की आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा गैंग चार्ट को अनुमोदन दिया गया। इसके बाद वर्ष 2022 में शिवकुटी पुलिस ने गिरोह के खिलाफ गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम (गैंग्स्टर एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज किया। लखनऊ का रहने वाला है गिरफ्तार आरोपी जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस गिरोह में सुभाष चंद्र यादव निवासी गंगाखेड़ा, मानक नगर, थाना कृष्णानगर, जनपद लखनऊ सक्रिय सदस्य है। उसके खिलाफ प्रयागराज के अलावा बदायूं और गाजियाबाद में भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गैंग्स्टर एक्ट लगने के बाद से वह फरार चल रहा था। इनाम घोषित, फिर भी नहीं मिल रहा था सुराग लगातार फरारी के चलते पुलिस ने सुभाष चंद्र यादव पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस टीम ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई बार संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन हर बार वह चकमा देकर फरार हो जाता था। सूचना मिलते ही लखनऊ पहुंची पुलिस रविवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि सुभाष चंद्र यादव लखनऊ स्थित अपने घर पर मौजूद है। सूचना मिलते ही शिवकुटी पुलिस की टीम लखनऊ रवाना हुई। थाना कृष्णानगर पुलिस से समन्वय स्थापित कर दबिश दी गई, जहां से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद भेजा गया जेल सोमवार सुबह आरोपी को प्रयागराज लाकर कैंट थाने में रखा गया, जहां उससे घंटों पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी कर उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी से पूछताछ में गिरोह से जुड़े अन्य तथ्यों और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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