रायबरेली में 31 दिसंबर 2025 की रात नए साल के स्वागत को लेकर शहर में अलग-अलग नजारे देखने को मिले। एक ओर जहां भक्ति, सेवा और धार्मिक आयोजनों का माहौल रहा, वहीं दूसरी ओर होटल, डिस्को और बार में देर रात तक जश्न चलता रहा। कुछ स्थानों पर नशे की अधिकता के चलते लोग चौराहों पर गिरते-लुढ़कते भी नजर आए। नए साल की पूर्व संध्या पर कई लोगों ने भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना के साथ वर्ष को विदा किया। शहर के मंदिरों में विशेष धार्मिक आयोजन हुए, जहां श्रद्धालुओं ने नए साल की मंगल कामनाएं कीं। वहीं, समाजसेवियों ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए भंडारे का आयोजन कर सेवा भाव का परिचय दिया। दूसरी ओर, शहर के होटलों, डिस्को बार और क्लबों में जश्न अपने चरम पर रहा। डीजे की तेज धुनों पर युवक-युवतियां देर रात तक नाचते-गाते नजर आए। नए साल के स्वागत में रंगीन लाइटें, संगीत और उत्साह का माहौल बना रहा। हालांकि, जश्न का एक नकारात्मक पहलू भी सामने आया। ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार, कुछ इलाकों में नशे में धुत लोग सड़कों और चौराहों पर बेसुध पड़े या लड़खड़ाते हुए दिखे। यह स्थिति उत्सव के दौरान अत्यधिक नशे की प्रवृत्ति को उजागर करती है। रायबरेली में नए साल की रात तमाम रंग सामने आए। इस दौरान शहर में भक्ति, उल्लास और लापरवाही—तीनों का मिला-जुला रूप देखने को मिला।
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