चंदौली के धानापुर थाना क्षेत्र में साइबर धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति को अपनी लापता बेटी को ढूंढने के बहाने साइबर ठगों ने पुलिस अधिकारी बनकर लगभग 95,000 रुपए ठग लिए। पीड़ित न्याय के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। पीड़ित ने कुछ दिन पहले धानापुर थाना प्रभारी को अपनी बेटी के लापता होने की तहरीर दी थी। इसी प्रार्थना पत्र को साइबर अपराधियों ने मोबाइल पर भेजकर खुद को पुलिस विभाग का अधिकारी बताया। उन्होंने बेटी को वापस लाने के लिए पैसे की मांग की। ठगों ने पीड़ित को कई स्कैनर भेजे और किस्तों में पैसे मंगवाए। पीड़ित व्यक्ति ने अपने रिश्तेदार से शहनाज परवीन को 10,000 रुपये, अनिरिठी सेवा को 12,000 रुपये, एमडी किराना को 24,999 रुपये, नीरज चेतीय को 15,999 रुपये, जय साईं बाबा इंटरप्राइजेज को 19,999 रुपए और केजीएन एजेंसी को 12,000 रुपए भेजे। कुल मिलाकर महिला से 94,997 रुपए की ठगी हुई। इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि थाने में दिया गया प्रार्थना पत्र साइबर अपराधियों के पास कैसे पहुंचा। यह बात क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। धानापुर पुलिस को जैसे ही इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली, वे तुरंत हरकत में आ गए और जांच पड़ताल में जुट गए हैं। पुलिस ने जल्द ही साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। इस संबंध में धानापुर थाना प्रभारी त्रिवेणी लाल सेन ने बताया कि महिला अपराधों में मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़ितों के साथ ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है कि वे किसी भी अंजान व्यक्ति को कोई पैसा न दें, क्योंकि पुलिस आपकी सेवा में तत्पर है। इसके बावजूद लोग साइबर अपराधों का शिकार हो रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के नाम पर पैसे मंगवाए जाने का यह मामला गंभीर चिंता का विषय बन गया है। पुलिस गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कह रही है।
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