अचलगंज थाना क्षेत्र में प्रेम त्रिकोण के चलते 25 वर्षीय टेनरी मजदूर सुधीर पाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोप है कि गांव के ही दोस्त रंजीत पाल ने कानपुर के एक झोलाछाप डॉक्टर संदीप निषाद के साथ मिलकर सुधीर का गला घोंट दिया। हत्या के बाद शव को बदरका-छेरिहा गांव के बीच एक खाली खेत में फेंककर ऊपर से घास डाल दी गई, ताकि किसी को भनक न लगे। बलियाखेड़ा गांव निवासी रामसजीवन का बेटा सुधीर पाल 12 दिसंबर की शाम अपने दोस्त रंजीत के साथ अचलगंज गया था। रंजीत रात में वापस लौट आया, लेकिन सुधीर घर नहीं पहुंचा। परिजनों को रंजीत ने बताया कि वह सुधीर को बदरका गांव में छोड़कर चला गया था। इसके बाद परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। बाइक मिली, लेकिन शव छिपा रहा 13 दिसंबर को बदरका-छेरिहा के बीच कच्चे रास्ते पर एक लावारिस बाइक मिली। पुलिस ने नंबर के आधार पर परिजनों को सूचना दी। मौके पर रंजीत भी पुलिस के साथ पहुंचा, लेकिन घटनास्थल से महज 50 मीटर दूर खेत में पड़े शव की ओर उसने किसी का ध्यान नहीं जाने दिया। पुलिस और परिजन बिना कुछ पता चले लौट आए। तीसरे दिन खेत में मिला अर्द्धनग्न शव रविवार सुबह खेत जा रहे किसानों ने झाड़ियों के बीच एक शव पड़ा देखा। गले में साड़ी के किनारे से बनी रस्सी का फंदा था और मुंह से खून निकल रहा था। सूचना पर पुलिस, फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम मौके पर पहुंची। शव की शिनाख्त सुधीर पाल के रूप में हुई। पूछताछ में टूटा दोस्त, कबूला जुर्म पुलिस ने जब रंजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदलता रहा। सख्ती से पूछताछ में उसने हत्या की साजिश कबूल कर ली। रंजीत ने बताया कि सुधीर का गांव की एक युवती से प्रेम संबंध था। बाद में वही युवती कानपुर निवासी झोलाछाप संदीप निषाद के संपर्क में आ गई। इसी बात को लेकर दोनों के बीच रंजिश बढ़ती चली गई। छह महीने पहले भी हुआ था विवाद पुलिस के मुताबिक करीब छह महीने पहले सुधीर और झोलाछाप संदीप के बीच युवती को लेकर विवाद और मारपीट भी हुई थी। तभी से दोनों आरोपी बदला लेने की फिराक में थे। 12 दिसंबर की रात शराब पीने के बाद उन्होंने सुधीर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और वारदात को अंजाम दे दिया। भागने की तैयारी, फिर ढोंग हत्या के बाद रंजीत जयपुर भागने की तैयारी में कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक पहुंच गया था, लेकिन सुधीर की बाइक मिलने की खबर सुनकर लौट आया। इसके बाद वह खुद को बेगुनाह दिखाने के लिए सुधीर को तलाशने का नाटक करता रहा। यही हरकतें पुलिस के शक की वजह बनीं। कॉल डिटेल से जुड़ी कड़ियां जांच में सामने आया कि हत्या की रात सुधीर ने पहले अपने मोबाइल से संदीप को कॉल किया, फिर रंजीत के फोन से बात हुई। कॉल डिटेल रिकॉर्ड और बयानों के मिलान से साजिश की पुष्टि हुई। रंजीत की निशानदेही पर झोलाछाप संदीप को छेरिहा गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। SP ने लिया घटनास्थल का जायजा मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी जयप्रकाश सिंह बदरका चौकी पहुंचे और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। पुलिस ने सुधीर के पिता की तहरीर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। 39 दिन में 6 हत्याओं से दहशत अचलगंज थाना क्षेत्र में बीते 39 दिनों में छह हत्याएं हो चुकी हैं। लगातार हो रही वारदातों से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीण पुलिस गश्त बढ़ाने और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस का दावा है कि सभी मामलों में अपराधियों को जल्द जेल भेजा जाएगा।
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