देवरिया जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बावजूद कई निजी विद्यालयों ने मंगलवार को कक्षाएं संचालित कीं। मुख्यमंत्री ने बढ़ती ठंड और शीतलहर के कारण प्रदेश में 29 दिसंबर से 1 जनवरी तक कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यालयों को बंद रखने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के इन निर्देशों के बाद जिला प्रशासन ने भी सभी बोर्ड (यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई) के स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया था। यह आदेश बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए था। इसके बावजूद, देवरिया शहर, भलवानी और रुद्रपुर क्षेत्र के कई निजी विद्यालयों में मंगलवार को कक्षाएं चलती रहीं। कुछ स्कूलों में बच्चों को बिना यूनिफॉर्म बुलाया गया, जबकि कई बच्चे ड्रेस पहनकर और बैग लेकर स्कूल पहुंचे। ठंड और घने कोहरे के बीच बच्चों को स्कूल आते-जाते देखा गया। अभिभावकों ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा की अनदेखी कर रहा है। एक अभिभावक ने बताया, “मुख्यमंत्री का आदेश बच्चों की सुरक्षा के लिए था, लेकिन कुछ निजी स्कूल केवल फीस और उपस्थिति के नाम पर बच्चों के जीवन को जोखिम में डाल रहे हैं।” जिले में पिछले दो सप्ताह से घना कोहरा और कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कई स्थानों पर विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही। सरकार ने इन्हीं परिस्थितियों के कारण बच्चों की सुरक्षा के लिए अवकाश घोषित किया था। अगस्तपुर स्थित एक विद्यालय सहित भलवानी और रुद्रपुर क्षेत्र के लगभग एक दर्जन निजी स्कूल खुले रहे। कई स्कूलों ने तो प्रशासन की नजर से बचने के लिए अंदर से गेट बंद कर कक्षाएं चलाईं। अभिभावकों ने जिला प्रशासन से ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जो सरकारी आदेश की अवहेलना कर रहे हैं। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारी भी अब इस मामले की जांच कराने की बात कह रहे हैं। देवरिया की बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने कहा, “मुख्यमंत्री का आदेश बच्चों की सुरक्षा के लिए था। ऐसे विद्यालयों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।”
https://ift.tt/4KUqesN
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply