देवरिया। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर देवरिया जिले में चल रहा मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण अभियान गुरुवार को समाप्त हो गया। अभियान के तहत 3 लाख 67 हजार 309 मतदाताओं ने अभी तक अपनी मैपिंग नहीं कराई है। निर्वाचन विभाग ऐसे सभी मतदाताओं को जल्द ही नोटिस भेजेगा, जिसके बाद उन्हें जवाब देने और आवश्यक साक्ष्य प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। निर्धारित समय सीमा तक प्रतिक्रिया न देने की स्थिति में उनके नाम निर्वाचक नामावली से हटा दिए जाएंगे। 10 दिसंबर तक जिले में 98.14 प्रतिशत एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिविजन) कार्य पूरा किया जा चुका था। जिले में कुल 24 लाख 9 हजार 9 पंजीकृत मतदाता हैं। आयोग ने बीएलओ के माध्यम से सातों विधानसभा क्षेत्रों में घर-घर जाकर सत्यापन कार्य कराया था। यह कार्य मूल रूप से 4 दिसंबर तक पूरा होना था, लेकिन इसकी समय सीमा बढ़ाकर 11 दिसंबर कर दी गई थी। अंतिम दिन तक एसआईआर के माध्यम से 23 लाख 64 हजार 186 मतदाताओं का सत्यापन दर्ज किया गया। विधानसभावार आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक 59,541 ‘नो मैपिंग’ मतदाता रुद्रपुर में पाए गए। इसके बाद सदर में 55,501, रामपुर कारखाना में 55,193, भाटपाररानी में 52,893, सलेमपुर में 51,713 और पथरदेवा में 35,195 मतदाता शामिल हैं। बरहज में भी हजारों मतदाताओं की मैपिंग अभी बाकी है। कुल मिलाकर, जिले में 15.25 प्रतिशत मतदाता अब भी अनमैप्ड हैं। निर्वाचन विभाग ने बीएलओ को निर्देश दिया है कि वे ऐसे मतदाताओं का पता लगाकर सही विवरण प्राप्त करें। यदि कोई मतदाता अपनी जानकारी उपलब्ध नहीं करा पाता है, तो उसे नोटिस जारी कर सुनवाई का अवसर दिया जाएगा। आयोग द्वारा निर्धारित 13 विकल्पों के अनुरूप दस्तावेज प्रस्तुत करने वाले मतदाताओं के नाम सुरक्षित रहेंगे। सहायक निर्वाचन अधिकारी अवधेश निगम ने बताया कि जिले में पुनरीक्षण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मतदाताओं ने मैपिंग नहीं कराई है और वे साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराते हैं, तो उनके नाम निर्वाचक नामावली से हटा दिए जाएंगे।
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