DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

देवरिया में बिना मान्यता इंटर फॉर्म भरे:13 छात्रों का फर्जी रजिस्ट्रेशन उजागर, DIOS कार्यालय में हड़कंप

देवरिया जिले के गौरीबाजार क्षेत्र में एक विद्यालय द्वारा बिना मान्यता के इंटरमीडिएट कक्षा के छात्रों का रजिस्ट्रेशन और परीक्षा फॉर्म भरने का मामला सामने आया है। विद्यालय को वर्ष 2011 में केवल हाईस्कूल तक की मान्यता प्राप्त थी। इसके बावजूद, विद्यालय प्रबंधन ने सत्र 2025-26 के लिए कुल 13 इंटरमीडिएट विद्यार्थियों (4 छात्राएं और 9 छात्र) का रजिस्ट्रेशन कर उनके परीक्षा फॉर्म भर दिए। इन छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र भी निर्धारित कर दिया गया था। यह पूरा प्रकरण माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर द्वारा प्रारंभिक परीक्षा केंद्र सूची के सत्यापन के दौरान उजागर हुआ। जांच में यह भी पता चला कि विद्यालय ने इस वर्ष 11वीं कक्षा के 11 छात्रों का भी रजिस्ट्रेशन किया है, जबकि उसके पास इंटर की मान्यता नहीं है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि जब विद्यालय के पास इंटर की मान्यता नहीं थी, तब पोर्टल पर 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों का रजिस्ट्रेशन कैसे हो गया। साथ ही, डीआईओएस कार्यालय की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न लग गया है कि क्या उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी या यह फर्जीवाड़ा वर्षों से चल रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए, माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर के अपर सचिव ने डीआईओएस देवरिया से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है। इसके बाद डीआईओएस कार्यालय में सक्रियता बढ़ गई है। डीआईओएस शिवनरायण सिंह ने बताया कि विद्यालय को केवल कक्षा 10 तक की मान्यता प्राप्त है, फिर भी इंटर के छात्रों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें परीक्षा दिलाने का प्रयास किया गया। उन्होंने क्षेत्रीय कार्यालय से भी संपर्क किया है और जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। डीआईओएस ने पूरे मामले की जांच एडीआईओएस को सौंपी। एडीआईओएस के नेतृत्व में एक टीम विद्यालय पहुंची और प्रधानाचार्य से इस प्रकरण पर पूछताछ की। टीम ने रजिस्ट्रेशन से संबंधित दस्तावेजों की भी गहन छानबीन की। एडीआईओएस ने प्रधानाचार्य को बुधवार दोपहर तक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। प्रधानाचार्य से आख्या प्राप्त होने के बाद, डीआईओएस कार्यालय ने विद्यालय के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति करते हुए अपनी रिपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर को भेज दी है। इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद विद्यालय प्रशासन के साथ-साथ डीआईओएस कार्यालय की कार्यप्रणाली भी जांच के दायरे में आ गई है।


https://ift.tt/BeVbcGm

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *