देवरिया में बुधवार को घने कोहरे से कुछ राहत मिली, लेकिन कड़ाके की ठंड और गलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शीतलहर के कारण रेलवे ने एक दर्जन से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी हैं। पिछले पखवाड़े भर से जारी ठंड ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुबह-शाम गलन इतनी तेज रही कि लोग घरों से निकलने से कतराते दिखे। सड़कों के किनारे रहने वाले बेघर लोग गत्ता, लकड़ी और कचरा जलाकर खुद को गर्म करते नजर आए। ठंड की सबसे ज्यादा मार दैनिक मजदूरों पर पड़ रही है, जिससे उनके कामकाज पर असर पड़ा है और कई मजदूरों को बिना काम लौटना पड़ रहा है। वहीं, ठंड बढ़ने के साथ ही बाजार में गर्म सामानों की मांग तेजी से बढ़ी है। सूखी लकड़ी 15 रुपये प्रति किलो और इमली का कोयला 60 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।
शहर की दुकानों में कंबल, स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर और इनर की बिक्री में इजाफा हुआ है। इसके साथ ही चाय, कॉफी, सूप, अंडा, मछली और अन्य गर्म खाद्य पदार्थों की मांग भी बढ़ गई है।
कड़ाके की ठंड, शीतलहर और कम दृश्यता को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर देवरिया सदर रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली एक दर्जन से अधिक ट्रेनों को अलग-अलग तिथियों में निरस्त कर दिया है। निरस्त ट्रेनों में जनसेवा एक्सप्रेस, सीवान – छपरा पैसेंजर, लखनऊ एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, बरौनी–ग्वालियर मेल, चंडीगढ़ एक्सप्रेस, आनंद विहार सुपरफास्ट और अवध असम एक्सप्रेस शामिल हैं। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी अवश्य प्राप्त करें। मौसम साफ होने तक ट्रेनों के संचालन में बदलाव की संभावना बनी हुई है। ठंड का यह प्रकोप फिलहाल थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
https://ift.tt/HQURwPr
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply