‘देखिए, देखिए ये लोग मेरी मां को मार रहे हैं। आप लोग तमाशा देख रहे हैं। ये देखो, मुझे मारा, मेरी मां को मार रहे हैं।’ ऐसा एक वीडियो में तीमारदार कहते दिख रहे हैं। वीडियो लखनऊ PGI का है। यहां अपेक्स ट्रॉमा में कुछ मरीजों, तीमारदारों की ड्यूटी में लगे गार्डों से झड़प हो गई। घटना शुक्रवार शाम करीब 7 बजे की है। बताया जा रहा है कि न्यूरोसर्जरी वार्ड में डॉक्टर से बहस के बाद तीमारदार उग्र हो गए। उन्हें गार्डों ने बाहर निकालने की कोशिश की तो झड़प शुरू हो गई। वीडियो में एक गार्ड यह भी कहता दिख रहा है- ‘अरे ड्यूटी की ऐसी की तैसी। तू मोबाइल पर रिकॉर्ड क्यों कर रहा है? इसका मोबाइल छीनो।’ इसके कुछ ही सेकंड बाद वीडियो बंद हो जाता है। अधिकारी बोले- समझाने की कोशिश की थी सहायक सिक्योरिटी अधिकारी धनंजय कुमार पांडेय ने बताया शुक्रवार को शाम करीब 7 बजे अपेक्स ट्रॉमा सेंटर के न्यूरोसर्जरी वार्ड में डॉक्टर पवन राउड मरीज को देखने पहुंचे थे। इसी दौरान मरीज विजय बहादुर सिंह की पत्नी रेखा सिंह और बेटे अभिषेक सिंह और आशीष सिंह इलाज को लेकर डॉक्टर से बहस करने लगे। देखते ही देखते वे उग्र हो गए और गाली-गलौज करने लगे। डॉक्टर की सुरक्षा को देखते हुए वहां तैनात गार्डों ने परिजनों को समझाने की कोशिश की। जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई और गार्डों के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करने की भी कोशिश की। इस झगड़े में चार गार्ड अरुण कुमार सिंह, सुनील कुमार दुबे, अखिलेश कुमार यादव और उमेश यादव घायल हो गए। महिला ने FIR के लिए डीसीपी को लिखा पत्र वीडियो में दिख रही महिला रेखा सिंह के पति विजय बहादुर का इलाज PGI में चल रहा है। उनका 8 दिसंबर को एक्सीडेंट हुआ था। रेखा ने इस घटना के बाद FIR दर्ज कराने के लिए डीसीपी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने बताया है कि बाराबंकी से यहां अपने बेटों के साथ रहकर पति का इलाज करा रही हैं। बेटों ने डॉक्टर से ठीक से देखरेख की बात की जिसके बाद विवाद हो गया। उसके बाद वहां सिक्योरिटी के अरुण सिंह, सुनील दुबे, अखिलेश यादव, उमेश यादव और 6 अन्य लोगों ने मुझे गिराकर मारा। गालियां दीं। दोनों बेटों को लाठियों से मारा। उनके फोन छीन लिए। बड़े बेटे की सोने की चेन छीन ली। इस मामले में FIR दर्ज करवाकर मरीज पति और परिवार के जान-माल की सुरक्षा करवाने की कृपा करें। सूचना पर पुलिस ने तीमारदारों को जेल भेजा घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा। उसके बाद स्थिति सामान्य हो सकी। इंस्पेक्टर पीजीआई ने बताया घटना में दो आरोपी अभिषेक और आशीष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अस्पताल परिसर का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई बार तीमारदार और गार्ड्स के बीच मारपीट हो चुकी है। अस्पताल में तैनात गार्ड अक्सर मारपीट करते हैं, वहां मौजूद लोग अगर विरोध करते हैं, तो उनसे भी बहज बाजी करते हैं। ———————— ये खबर भी पढ़िए… ‘पुलिसवालों ने भाई को सीने पर लातें मारीं, मौत हुई’ : लखनऊ में बहन बोली- घायल भाई को जेल में डाला, हम ढूंढते रहे लेकिन बताया नहीं ‘पुलिसवालों ने मेरे भाई को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। इसकी हमें कोई सूचना नहीं दी। वह काम पर था, उसे वहीं से उठा ले गए। हमारा भाई लापता हुआ तो तीन दिन तक बहुत ढूंढा। जब हमने डायल-112 में फोन किया तो थाने से फोन आया कि तुम्हारा भाई चोरी के आरोप में हिरासत में है। उसे पुलिस वालों ने चौकी में गिराकर सीने पर लातें मारीं। बेल्ट और डंडों से पीटा।…पूरी खबर पढ़िए
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