‘वो दीवार पर मेरी मां की तस्वीर पर टंगी है। अब मां की फोटो के बगल में मेरे पापा की तस्वीर लग जाएगी। पहले मेरी मां चली गई। अब पापा चले गए।’ ये कहना है कि 5 साल के अयांश का। अयांश और अहाना जुड़वां हैं। बरेली में BLO ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पापा की मौत के बाद से दोनों गुमसुम हैं। दोनों इस समय अपने ताऊ योगेश गंगवार के पास हैं। वही दोनों बच्चों की देखरेख कर रहे हैं। टीचर सर्वेश के दोनों बच्चों का क्या हाल है? उनकी परवरिश अब कौन करेगा? उनकी मां की मौत कब और कैसे हुई थी? इन सवालों के जवाब जानने दैनिक भास्कर ऐप टीम सहायक अध्यापक सर्वेश कुमार गंगवार के कृष्णा होम्स कॉलोनी स्थित घर पहुंची।बच्चों के चाचा ने बताया कि गुरुवार को डीएम अविनाश सिंह सर्वेश के घर आए थे। डीएम ने कहा था कि जिले के सभी अधिकारी एक दिन का वेतन जमा करेंगे। यह पूरा पैसा जुड़वां भाई-बहन के नाम पर फिक्स डिपॉजिट के रूप में सुरक्षित किया जाएगा। सर्वेश के छोटे भाई को संविदा पर नौकरी दी जाएगी। ताकि परिवार को आर्थिक सहारा मिल सके। दरअसल, बरेली में बुधवार (26) को सहायक शिक्षक सर्वेश कुमार गंगवार की BLO ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी। सर्वेश बरेली के भोजीपुरा के प्राथमिक स्कूल परधौली में तैनात थे। सुबह स्कूल में ही ड्यूटी के दौरान वे अचानक गिर पड़े। साथ मौजूद दूसरे BLO ने उन्हें एम्बुलेंस से मिनी बाईपास स्थित प्रताप हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 3 पहले मां की हो गई थी मौत
सर्वेश बरेली के कृष्णा होम्स कॉलोनी में रहते थे। 2015 में उनकी शिक्षक के पद पर जॉब लगी थी। BLO सर्वेश पांच भाई-बहन थे। बड़े भाई योगेश गंगवार भी शिक्षक हैं। दो छोटे भाईयों में से अमित पीएचडी होल्डर हैं। जबकि नीरेंद्र घर पर ही रहते हैं। बहन बीना की शादी हो चुकी है। योगेश गंगवार शादीशुदा हैं। वह उसी कॉलोनी के दूसरे घर में रहते हैं। 3 महीने पहले सर्वेश की पत्नी प्रभा की कैंसर से मौत हो गई थी। 5 साल के जुड़वां बच्चे हैं। सर्वेश के माता-पिता भी इस दुनिया में नहीं हैं। सर्वेश के साले दुष्यंत ने कहा कि मेरी बहन प्रभा की मौत 24 अगस्त को कैंसर से हुई थी। अब SIR के दबाव में मेरे बहनोई सर्वेश की मौत हो गई। 3 साल तक बहन का इलाज चला जिसमें मैंने भी पूरा सहयोग किया। बेटा कहता है कि अब पापा की भी फोटो लग जाएगी
दुष्यंत ने बताया- बहनोई के पास केवल 14 बेसिक छुट्टियां होती थीं और उन्हीं में बच्चों और घर की जिम्मेदारी निभानी पड़ती थी। BLO में भी उनका 46 प्रतिशत काम पूरा था। सबसे बड़ी चिंता 5 साल के इन मासूम बच्चों की है। अयांश दीवार पर मां की तस्वीर देख कहता है कि यहां अब पापा की तस्वीर लगेगी। यह सुनकर दिल टूट जाता है। सरकार से मांग है कि बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी तय हो। SIR की समय सीमा बढ़ाई जाए। शिक्षक कभी चोर नहीं होता, वो ही बच्चों का भविष्य बनाता है। यह घर भी बहनोई ने लोन पर बनवाया था। 28 लाख का लोन अभी बाकी है। SIR का ज्यादा प्रेसर है, अधिकारी टॉर्चर कर रहे
BLO के बड़े भाई योगेश गंगवार भी टीचर है और उन्हें सुपर वाइजर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इन दिनों SIR का बहुत ज्यादा प्रेसर है। अधिकारी लगातार टॉर्चर कर रहे है। रात के 11-12 बजे तक काम करना पड़ रहा है। उसके बावजूद अधिकारी फटकार लगाते है। काम का ज्यादा बोझ होने की वजह से मेरे भाई की जान चली गई। बताया कि कभी भी काम का बोझ इतना ज्यादा नहीं रहा जितना इस बार है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार का कहना है कि अधिकारी गाली देते है। काम करना मुश्किल हो गया है। सरकार को एक करोड़ मुआवजा देना चाहिए। है। लोग रात के 12 बजे तक काम कर रहे है फिर भी अधिकारी हमे गालियां देते है। एक महीने का समय बहुत कम दिया गया है। आइए जानते हैं क्या होता है SIR …………………………. ये खबर भी पढ़िए- रील बनाने पर माफिया अतीक के छोटे बेटे पर FIR:गाना बजाया था- तूफान और हम जब भी आते हैं… फाड़ के जाते हैं प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सबसे छोटे बेटे अबान अहमद (20) पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। भड़काऊ REEL को लेकर बुधवार देर रात धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया। दरअसल, एक शादी समारोह में शामिल हुए अबान का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। इसमें एक धमकी भरा डायलॉग भी जोड़ा गया। रील के बैकग्राउंड में एक गाना लगाया गया। पढ़ें पूरी खबर…
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