प्रयागराज में कानून व्यवस्था को चुनौती देने का एक सनसनीखेज मामला फिर सामने आया। थाना दारागंज क्षेत्र के शास्त्री पुल के नीचे रात में डायल 112 की टीम पर उस समय जानलेवा हमला कर दिया गया, जब पुलिस सार्वजनिक स्थान पर हंगामा कर रहे एक युवक को काबू में कर रही थी। हमले में डायल 112 की 97 नंबर गाड़ी में तैनात एक दरोगा और एक मुख्य आरक्षी गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल दारागंज पुलिस ने दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। रात 10:00 के करीब हुई घटना शनिवार रात करीब 10:08 बजे डायल 112 को इवेंट संख्या 22206 के तहत सूचना प्राप्त हुई थी कि शास्त्री पुल के नीचे राजा नाम का युवक चाकू लेकर लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहा है और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। सूचना पर PRV-0097 में तैनात उप निरीक्षक हितेन्द्र सिंह और मुख्य आरक्षी राहुल कुमार मौके पर पहुंचे। आरोपी को थाने ले जाने के लिए बढ़े, तभी हमला पुलिस ने देखा कि आरोपी राजा लोगों से झगड़ा कर रहा था और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। पुलिस टीम ने सूझबूझ दिखाते हुए आरोपी को काबू में लिया और थाने ले जाने के लिए पुलिस वाहन में बैठाने लगी। इसी दौरान अचानक हालात ने हिंसक मोड़ ले लिया। लाठी से किए ताबड़तोड़ वार आरोप है कि आरोपी राजा का भाई शिवमोहन पुत्र मन्नू लाल, निवासी नांदीतौरा, थाना पहाड़ी, जनपद चित्रकूट वहां पहुंचा और जान से मारने की नीयत से लाठी से पुलिस टीम पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले में उप निरीक्षक हितेन्द्र सिंह के सिर पर जोरदार वार किया गया, जिससे उनका सिर फट गया और उन्हें गंभीर चोट आई। वहीं मुख्य आरक्षी राहुल कुमार के कंधे और पैर में भी चोटें आईं। मौके पर ही पकड़े गए दोनों आरोपी हमले के बावजूद पुलिस टीम ने हिम्मत नहीं हारी और मौके पर ही दोनों आरोपियों राजा और शिवमोहन को काबू में कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लाठी भी बरामद की और दोनों आरोपियों को थाना दारागंज लाया गया। दोनों पुलिसकर्मियों की हालत स्थिर घटना की जानकारी मिलते ही थाने पर हलचल मच गई। घायल दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्राथमिक उपचार दिलाया गया। उप निरीक्षक हितेन्द्र सिंह और मुख्य आरक्षी राहुल कुमार, दोनों ही डायल 112 की 97 नंबर पीआरवी में तैनात हैं। उपचार के बाद दोनों को घर भेज दिया गया है। फिलहाल दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है। सफाईकर्मियों की बस्ती का है मामला दारागंज थाना प्रभारी ज्ञानेश्वर मिश्र ने बताया कि इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा और जानलेवा हमला जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। उन्होंने अभी बताया कि बड़ी संख्या में माघ मेले में सफाई कर्मी आए हैं जो शास्त्री पुल के नीचे रहते हैं। आरोपी भी इसी बस्ती में रह रहे थे।
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