झांसी में मंगलवार दोपहर में रेहड़ी-ठेला वालों को हटाने पहुंची नगर निगम की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अफसर जेसीबी से एक झोपड़ी तोड़ रहे थे, तभी एक महिला झोपड़ी के ऊपर चढ़ गई। जेब से माचिस निकालकर आग लगाकर मारने की धमकी देने लगी। इससे अफसर सकपका गए। महिला बोली- दो दिन की मोहलत मांगी थी, मगर मेरी झोपड़ी तोड़ दी। पूरा नुकसान हो गया। तब दरोगा दौड़ते हुए आए और कहने लगे कि मोहलत दी। नीचे आ जाओ। मगर दरोगा के सामने ही महिला ने एक ईंट उठाकर दो बार अपने सिर में दे मारी। थोड़ी देर बाद वह बेहोश होकर गिर पड़ी। इसके बाद महिलाओं ने अफसरों को खरी खोटी सुनाते हुए विरोध जताया। भारी विरोध के चलते निगम टीम वापस लौट गई। इसके बाद महिलाओं ने तार फेंसिंग भी हटा दी। यह पूरा मामला मेडिकल कॉलेज के गेट नंबर एक के पास का है। अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए सड़क किनारे लगते हैं दर्जनों ठेला-रेहड़ी महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के गेट नंबर एक के बाहर करीब एक दर्जन महिला और पुरुष फुटपाथ किनारे ठेला-रेहड़ी लगाते हैं। जिन्हें हटाने के लिए नगर निगम की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची थी। साथ में पुलिस भी थी। टीम ने पहले सभी ठेलों को हटाकर तार फेंसिंग कर दी। ताकि वे दोबारा ठेला न लगा सकें। इसके बाद अफसर जेसीबी से एक झोपड़ी तोड़ने लगे। ये झाेपड़ी गुड्डी बाल्मीकि की थी। जेसीबी चलते ही पूरा सामान तहस-नहस हो गया। यह देख गुड्डी बाल्मीकि टीम के सामने ही झोपड़ी पर चढ़ गई। जेब से माचिस निकालकर आग लगाने की कोशिश करने लगी। यह देख अफसरों के हाथ-पैर फूल गए। यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज नवीन तिवारी दौड़ते हुए आए। महिला को समझाने लगे। वो झोपड़ी के ऊपर बैठ गई। तभी महिला ने दरोगा के सामने ही ईंट उठाकर अपने सिर में दो बार मार ली। तीसरी बार मारने को हुई तो दरोगा ने ईंट छुड़ा दी। दो बार फिर ईंट उठाकर सिर में मारने की कोशिश की, मगर दरोगा ने ईंट छुड़ा। बेहोश हो गई महिला, अफसर टीम लेकर चले गए पुलिस ने किसी तरह समझाकर महिला गुड्ड़ी को नीचे उतार लिया। इससे बाद वो कांपने लगी और फूट फूटकर रोने लगी। देखते ही देखते वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। अन्य ठेला लगाने वाली महिलाओं ने गुड्डी को उठाया और पानी के छींटे मुंह पर डालकर गुड्डी को होश में लाया। इसके बाद महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया। भारी विरोध को देखते हुए टीम वापस चली गई। पूरा सामान तोड़ दिया, काफी नुकसान गुड्डी बाल्मीकि ने बताया- अफसर जेसीबी मशीन लेकर आए। पहले यह बोले हाथ ठेले हटा लो तो हमने हटा लिए। इसके बाद यह कहने लगे कि झोपड़ी हटाओ। जिस पर हमने दो दिन का समय मांगा, लेकिन यह नहीं माने और जीसीबी मशीन चलवा दी। पूरा नुकसान हो गया। हम तो झोपड़ी पर चढ़ गए थे और मरना चाहते थे। हमारी मांग है कि हमें पेट भरने दीजिए और कुछ नहीं चाहिए। हम लोग यहां खाने-पीने के ठेले लगाते थे। वैडिंग जोन खाली पड़ा, वहां जाना नहीं चाहते ठेले वाले नगर निगम टीम के कर अधिकारी ब्रजेश वर्मा का कहना है कि स्मार्ट सिटी की तरफ पैथोलॉजी लैब खुल रहा है। बगल में पिंक टॉयलेट भी है। इनके कारण से हमारी पिंक टॉयलेट का उपयोग नहीं हो पा रहा है। दूसरी तरफ स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बाधित हो रहा है। एक माह से इन लोगों को बार-बार हटने के लिए कहा जा रहा है। पास में वैडिंग जोन खाली पड़ा है। वहां पर यह लोग जाना नहीं चाहते हैं। ऐसा तो नहीं है कि कहीं पर भी बैठ जाए और इजाजत मिल जाए। ऐसा कतई नहीं होने दिया जाएगा। यह हमारे दायरे में भी नहीं है। इसलिए इनसे अनुरोध किया, लेकिन यह नहीं माने तो सख्ती से हटाया गया। आप देखिए पीछे क्या स्थिति बना रखी है इन्होंने, यदि कोई घटना हो जाए तो किसकी जिम्मेदारी होगी। प्रशासन के लोग सस्पेंड होंगे और यह होगा कि कोई देख नहीं रहा। अब हटाया जा रहा है तो यह नौटंकी हो रही है और आप लोग भी रिकार्ड कर रहे है।
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