मेरठ के थापर नगर में मुस्लिम को मकान बेचने का विरोध हो गया। पलायन के पोस्टर लेकर लोग सड़क पर उतर आए। उनका कहना था कि यह हिंदू बाहुल्य इलाका है जिसमें वह किसी दूसरे समुदाय को नहीं रहने देंगे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। थाना प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार राय ने दोनों पक्षों से बात की। फिलहाल उस मकान में आए लोगों को पुराने मकान भेज दिया गया है। शनिवार सुबह दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है। एक नजर डालते हैं पूरे विवाद पर थापर नगर की गली नंबर 6 में नरेश कालरा का मकान है। हाल ही में नरेश कालरा ने इस मकान को किसी मुस्लिम परिवार को बेच दिया। गुरुवार रात यह परिवार मकान में रहने भी आ गया। शुक्रवार सुबह थापर नगर के लोगों को जब पता चला कि मकान में मुस्लिम परिवार रहने आ गया है तो वह आक्रोशित हो गए और शाम को वह विरोध में सड़क पर उतर आए। पलायन के पोस्टर लिए थे हाथों में थापर नगर का इलाका हिंदू बाहुल्य इलाका है। यहां सिख समुदाय की भी एक बड़ी संख्या है। शुक्रवार शाम यह परिवार इकट्ठा होने शुरू हो गए। उन्होंने विरोध का मन बना लिया और पलायन के पोस्टर हाथ में लेकर सड़क पर उतर गए। सूचना पर पहले फैंटम पहुंची जो नाराज लोगों को बात करने के लिए चौकी पर ले आई। देखते ही देखते वहां विरोध करने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने वाहन खड़े कर लगाया जाम देखते ही देखते लोगों में गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने पटेल नगर चौकी के पास दोनों तरफ वाहन खड़े कर जाम लगा दिया। लोगों में चर्चा रही कि यह मकान नरेश ने सईद अहमद नाम के डेरी संचालक को बेचा है और 2 दिन पहले ही रजिस्ट्री की गई है। जाम लगाने के बाद थापर नगर की तरफ आने वाले रास्ते पर वाहनों की कतार लग गई। परेशान होकर लोग वाहन मोड़कर वहां से वापस लौटने लगे। बाइक सवार दंपति से हुई नोकझोंक नाराज लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था। उन्होंने वाहनों का आवागमन पूरी तरह रोक दिया। लेकिन बार बार दुपहिया वाहन सवार लोग वहां पहुंच रहे थे। इसी दौरान एक स्कूटी सवार दंपति ने वहां से निकलने की कोशिश की, जिसका जाम लगा रहे लोगों ने विरोध कर दिया। देखते ही देखते हंगामा खड़ा हो गया। आखिरकार दंपत्ति को स्कूटी वापस करनी पड़ी। हालांकि जाते जाते स्कूटी सवार महिला ने जाम लगा रहे लोगों को खूब खरीखाेटी सुनाई। तीन महीने पहले भी हुआ था विवाद यह प्रकरण तीन माह पुराना बताया जा रहा है। सिख समुदाय के लोगों को जब पता चला कि सईद अहमद से सौदा चल रहा है तो उन्होंने कुछ लोगों की मदद से नरेश से संपर्क किया। सतबीर सिंह नाम के व्यक्ति ने खुद मकान खरीदने की पेशकश की। सतबीर का आरोप है कि इसके बावजूद नरेश ने चुपचाप मकान का सौदा सईद से कर दिया। 15 साल पहले भी हुआ था ऐसा विवाद क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जिस जगह नरेश का मकान है, उससे दो मकान छोड़कर एक और मकान है। वर्ष 2010 में इस मकान के मालिक त्रिलोक चंद ने गुपचुप मकान का सौदा अनीस नाम के व्यक्ति से कर दिया। तब भी इसका लोगों ने विरोध किया। पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। मामला कोर्ट में चला गया। तब से वह कोर्ट में ही पैंडिंग है। मकान खंडहर का रूप ले चुका है लेकिन मामला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एसएचओ बोले- दोनों पक्षों से करेंगे बात एसएचओ सदर बाजार विजय कुमार राय ने बताया कि दोनों पक्षों को शनिवार सुबह थाने बुलाया गया है। पुलिस दोनों पक्षों से बात कर समस्या के समाधान का प्रयास करेगी। जाम लगाना और हंगामा करना पूरी तरह गलत है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
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